कोविड-19 महामारी के बीच राजस्थान के सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों का नया शैक्षणिक सत्र 2021-22 7 जून से शुरू होने जा रहा है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को खोलने के निर्देश दिए हैं लेकिन इस दौरान कक्षाएं नहीं लगेंगी। बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ ही स्कूल आ सकेगा। राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक इस संबंध में गाइडलाइंस जारी कर दीं गई हैं। गाइडलाइंस में बताया गया है कि 19 जून तक रोटेशन से फील्ड में विजिट करने वाले शिक्षकों और रोटेशन से स्कूल में उपस्थित होने वाले शिक्षकों को क्या-क्या काम करने ने हैं।
गाइडलाइंस जारी करते हुए राजस्थान शिक्षा विभाग ने कहा, 'कोरोना महामारी में प्रदेश के शिक्षकों द्वारा क्वारंटीन सेंटर से लेकर वैक्सीन सेंटर आदि व्यवस्थाओं में सराहनीय कार्य किये गए हैं। 6 जून को विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियां खत्म हो रही हैं जिसके बाद सात जून को विद्यालयों में अनुमत श्रेणी में स्टाफ उपस्थित होगा। वहीं 8 जून से 50 फीसदी स्टाफ रोटेशन के आधार पर उपस्थिति देगा। साथ ही जब तक सार्वजनिक परिवहन नहीं चलते तब तक मुख्यालय से बाहर वाले शिक्षकों को संस्था प्रधान आने के लिए बाध्य नहीं किया जायेगा। विभाग द्वारा नए शैक्षिक सत्र की टाइमलाइन घोषित की जा चुकी है।
यहां पढ़ें गाइडलाइंस की मुख्य बातें :-
8 जून से 50 फीसदी स्टाफ शालाप्रधान द्वारा तय नियमित रोटेशन में स्कूल में हाजिरी देगा।
- ग्रीष्मावकाश अवधि में मुख्यालय से अन्यत्र उपस्थित शिक्षक, गाइडलाइन के अनुसार प्रस्तावित दिनांक 10 जून 2021 के बाद परिवहन साधन संचालन अनुमत होने पर मुख्यालय पर उपस्थित होंगे।
संस्था प्रधान द्वारा ऐसे शिक्षकों को बाध्य नहीं किया जा सकता।
- विद्यार्थियों के लिए ओओ घर में सीखें
- 2.0 चलाया जाएगा। इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप निर्माण, पेरेंट्स से संपर्क आदि काम 19 जून तक किए जाएंगे। इसके बाद बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा।
संस्थान प्रधान शत प्रतिशत शिक्षकों की भागीदारी को सुनिश्चित करेंगे यानी 50 फीसदी शिक्षक विद्यालय में और अन्य 50 फीसदी फील्ड में रोटेशन से नीचे दिए गए काम करेंगे।