नीमच। राष्ट्रीय सिंधी समाज ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिन्धी गीत एव कवि सम्मेलन का जूम पर आन लाइन वेबिनार किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरधानी ने कि एव मुख्य अतिथि दिलेर सिन्धी ग्लोबल अवार्ड प्राप्त समाजसेवी श्रीमती कविता अम्बवानी थी। राष्ट्रीय महासचिव मुकेश सचदेव ने बताया कि कमल वरधानी ने स्वागत उदबोधन मे महिलाओ कि समाज मे सक्रिय भूमिका की सराहना की एव संस्था की ओर से महिलाओं को सहयोग करने को भी कहा राष्ट्रीय महासचिव डाॅ लाल थदानी ने समाज के साथ हर क्षेत्र मे महिलाओ के बढते कदमों की तारिफ करते हुऐ अपने विचार रखे, कोटा जिला अध्यक्ष सुरेश चावला ने हिंदी लेखिका मोनिका सिंह कि कविता लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती का सिंधी रुपांतर अपने शब्दों में करते हुए " जायफा जी जिन्दगी सवली ( आसान) न थिदी आहे " इस विषय पर महिलाओं व लडकियो को बचपन से लेकर वैवाहिक जीवन की महिला या लड़की होने के दर्द को बताया उदयपुर की सिंधी कवियित्री अर्चना चावला, दिल्ली की अनिता शिवनाणी एव डाॅ गायत्री लालवानी दाहोद, हेमा मालिनी, पूजा चाँदवानी जयपुर, ज्योति भावनानी भावनगर,नन्दनी पंजवानी अजमेर, मुस्कान बच्चानी बिलासपुर, आदि ने महिला विषय पर स्वरचित स्त्री की सामाजिक व पारिवारिक स्थिति कोअपने गीतों व कविताओं से महिला दिवस पर अपनी भावनाओं को रखा इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष राजकुमार दरयानी ने रोजगार, विवाह रिश्तों व अन्य व्यवसाय हेतु राष्ट्रीय सिंधी समाज के माध्यम से सिंधी नागरिकों को जोड़ने की बात रखी ।संस्था के पदाधिकारी लालचन्द मोटवानी, रतन बाशाणी,शंकरलाल मोटवानी, हरदेवी ढींगरा, राजा राघाणी, जेठानन्द जगवानी आदि मौजूद थे । कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय महिला उपाध्यक्ष अनिता शिवनानी ने किया एव अन्त मे राष्ट्रीय महासचिव डा लाल थदानी ने अपनी कविताओं को काव्य कोष मे प्रसारित करने की बात रखी एवं आभार व्यक्त किया।