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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत नाटिका गीत एवं विचार गोष्ठी संपन्न

Neemuch Headlines February 25, 2021, 10:30 pm Technology

बालिका शिक्षा के साथ आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी आवश्यक- सत्यनारायण गगरानी

नीमच। पूरी दुनिया में विकास के नए आयाम के साथ शिक्षा में भी क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं बालिका शिक्षा के साथ आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण भी आवश्यक है आज हो रहे हो आज देश में हो रहे विभिन्न निर्भया विवाद से के लिए हमारे संस्कारों के अभाव की कमी प्रमुख कारण है हम बालिका को शिक्षा दे रहे हैं लेकिन देश के बालकों को शिक्षा के साथ शुभ संस्कार नहीं सिखाया जा रहे हैं इसी कारण यह हादसे हो रहे हैं यह बात समाजसेवी सत्यनारायण गगरानी नहीं वह ऋषभ अशोक कल्याण सेवा समिति नीमच के तत्वाधान में बुधवार शाम शहर के प्रमुख टाउन हॉल में आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान मैं बतौर मुक्त मुख्य अतिथि बोल रहे थे उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान तभी तारा सब तभी सार्थक होगा जब बेटियां देश में सुरक्षित रह सकेगी। बेटियों को सुरक्षित रखने के लिए बेटों को संस्कारी बनाना होगा। बेटियों की सुरक्षा के लिए कानून अपना कार्य करता है लेकिन फिर भी हादसे हो रहे हैं हमें चिंतन करना होगा कि आखिर ऐसा क्या कारण है कि यह हादसे हो रहे हैं। प्राचीन काल में महिलाओं को पुरुषों के नाम के पहले आदर के साथ सम्मान दिया जाता था किस प्रकार भगवान राम को यज्ञ में सीता माता की अनुपस्थिति में माता सीता की सोने की प्रतिमा को स्थापित करना पड़ा था और मूर्ख कालिदास को उनकी पत्नी ने कहा कि यदि समर्पण ही रखना है तो परमात्मा के प्रति रखो इस वाक्य ने उनके जीवन को बदल दिया और मूर्ख कालिदास को महान रचनाकार बन्ना दिया था बचपन में सीता ने धनुष उठाकर संसार को यह संदेश दिया कि महिलाएं किसी से कम नहीं होती 400 वर्ष पूर्व की पहचान की प्रतिमाओं में महिलाओं की घुड़सवारी युद्ध करते हुए कलाकृतियां महिलाओं के हर क्षेत्र में आगे होने का प्रमाण है ऋषि शांडिल्य की पुत्री ने शास्त्रार्थ में राजा जनक को भी चकित कर दिया था प्रोफेसर रविंद्र सोहने मंदसौर ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सरकार द्वारा संचालित करना चाहिए लेकिन यहां एक सामाजिक संगठन द्वारा इसे आयोजित किया जा रहा है यह एक सम्मान योग्य कदम है दिल्ली में महिलाओं का अनुपात बहुत कम है वहां पर आज ज्यादा होते हैं लेकिन मध्य प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं का अनुपात जनसंख्या प्रत्येक 1000 पर पुरुष 800 है लेकिन फिर भी अपराध बिल्कुल नहीं के बराबर है साक्षी मलिक माधुरी दीक्षित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर है जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवता रहते हैं हम नवरात्रि में कन्या को जिम आते हैं लेकिन समय परिवर्तन हो गया है हमें कन्या को जिम आना नहीं उसे आधुनिक जमाने में जमाना है ताकि वह मजबूती से अपनी लड़ाई स्वयं लड़ सके और अपनी रक्षा स्वयं कर सके देश के सभी ऋषि मुनि भ्रष्ट विवाहित थे ऋषि यों का संदेश परमात्मा तक नारियों नहीं पहुंचाया है या कोई और श्री राम कौशल्या नंदन कृष्ण यशोदा नंदन कहलाए या नारी को मां के रूप में सम्मान दिया जाता है प्रोफेसर संजय जोशी ने कहा कि विश्व के 240 देशों में एक ही देश भारत है जिसमें भारत को माता कहा जाता है भारतीय संस्कृति में माता को आदर देने की सदियों से परंपरा है पिछड़ा वर्ग में भारतीय परंपरा जीवित है इसलिए वहां महिला शक्ति सुरक्षित है भारतीय सभ्यता और संस्कृति सुरक्षित है तो नारी शक्ति सुरक्षित रहेगी राजा राममोहन राय न सती प्रथा को रोकने ईश्वर विद्या सागर ने अपने पुत्र का विवाह एक विधवा से कर समाज को एक नई दिशा प्रदान की थी विधवा विवाह के लिए प्रयास किया था सपने व्याप्त कुरीतियों को दूर करें बिना नारी सुरक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती पंडित जवाहरलाल नेहरू कि एक ही संतान इंदिरा गांधी थी नेहरू जी को इंदिरा गांधी के पिता के नाम से जाना जाता है महात्मा गांधी के 4 पुत्र थे लेकिन उनका कहीं नाम आज सामने नहीं है बेटी की सफलता से दुनिया आगे बढ़ रही है कुश्ती पहलवान कोच महावीर ने अपनी बेटियों गीता फोगाट के लिए कई तने सहन किए लेकिन उन्हें आखिरकार कुश्ती में स्वर्ण पदक दिलाकर ही सम्मान दिलाया जो महिलाओं के लिए आदर्श प्रेरक घटना है आतंकवादी क्षेत्र में मलाला युसूफ ने शिक्षा के लिए काम किया और विश्व शिक्षा का का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया आईएमए अध्यक्ष डॉ अशोक जैन ने कहा कि बेटी की रक्षा का प्रथम दायित्व चिकित्सक का होता है जन्म से पूर्व माता पिता को बेटी के बारे में बताना अपराध है और चिकित्सकों ने संकल्प लिया कि वे अब किसी को भी कन्या भ्रूण बेटी है की जानकारी नहीं देंगे। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के संतोष चोपड़ा ने कहा कि बेटी अनमोल है इस बात को समझने वाले पी माता-पिता भी अनमोल है निशा बसो कल्याण समिति का प्रयास सम्मान योग्य कदम है बालिकाएं मानसिक और शारीरिक रूप से आत्मनिर्भर बने तो उनकी रक्षा स्वयं कर सकती है निर्णय के बाद योग मोमबत्ती जलाते हैं यदि समय रहते हम बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे तो मोमबत्ती जलाने की नौबत ही नहीं आएगी मनोहर सिंह अरोड़ा ने कहा कि शहर की सभी संस्थाओं को आगे आकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में सहयोग करना चाहिए तो यह अभियान तेजी से सफल हो सकता है हिसाब अशोक कल्याण समिति के सचिव प्रदीप वर्मा ने कहा कि संस्था निशक्त विकलांग लोगों की सेवा प्रकल्प वृद्धों की सेवा पीड़ित मानवता की सेवा महिला शिक्षा चिकित्सा पर्यावरण आदि क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान कर रही है सभी का सहयोग मिल रहा है चित्रकार सेवा सेवा मिलता सेवा में सहयोग मिलता रहा तो क्षेत्र का विकास तेजी से हो सकता है इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संगीत में नृत्य नाटिका में कुशल अभिनय के लिए अक्षय सिंह परिहार का अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में रेणुका व्यास तोशी खान अमिता नाहर के उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मान किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में अल्फा स्कूल की छात्रा नारी खान प्रथम स्प्रिन्गबोर्ड विद्यालय की तनसुख द्वितीय उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र करण पिता लालसिंह तृतीय स्थान पर रहे। तीनों विजेताओं को प्रशस्ति पत्र एवं ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता शिक्षक रमेश मोरे बाबूलाल गौड़ मोहन खींची सत्यनारायण पाराशर सत्यनारायण सेठी अनिल व्यास नंदन गोयल घनश्याम सेठिया कमल शर्मा किशोर बागड़ी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार प्रमोद रामावत "प्रमोद" ने किया।

नाटिका से दिया मार्मिक संदेश सम्मान दिलाने द्रोपदी को क्या कृष्ण फिर से आएंगे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान मैं स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने संगीतमय नृत्य नाटिका की प्रभावी प्रस्तुति दी। बेटी को शिक्षा के साथ बेटों को भी संस्कारित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया आधुनिक युग में अक्सर माता-पिता बेटे को पढ़ाते हैं लेकिन वह लाड प्यार में बिगड़ जाता है लेकिन बेटी को पढ़ाने के प्रति लापरवाह हो जाते हैं पढ़ाई की उम्र में बेटी का विवाह कर देते हैं उसके सपने मन में ही अधूरे रह जाते हैं

नाटिका में निर्देशिका प्रज्ञा शर्मा अभिनेता इंद्रजीत सिंह कलसी अक्षय परिहार सुर्खी कलोसिया भावना शिव साक्षी नागर अनमोल यादव अमन कुमार ने प्रभावी अभिनय प्रस्तुत किया।

नाटिका के माध्यम से समाज को संदेश दिया कि बेटे बेटी की शिक्षा में भेदभाव नहीं करें और समान शिक्षा दिलाएं बेखौफ आजाद रहना है मुझे गीत से भाव विहल हुए।

कार्यक्रम में छात्रा सुश्री प्रज्ञा शर्मा भावना शिव सुर्खी साक्षी ने बेखौफ आजाद रहना है मुझे कोरस गीत की मार्मिक प्रस्तुति की तो जिसे देखकर सभी दर्शक भाव विभोर हो गए।

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