मनासा। तहसील की ग्राम पंचायत पलासिया कंजार्डा पठार पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता का वर्णन करते हुए पंडित गोविंद उपाध्याय ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ब्राह्मणों का सम्मान करते हैं,उनकी रक्षा करते हैं, सेवा करते हैं एवं सच्चे मित्र हैं मित्रता भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की तरह होना चाहिए। सच्चे मित्र वही है जो एक दूसरे के सुख दुख में काम आए, संकट के समय जो साथ निभाए वही सच्चा मित्र है श्री कृष्ण ने बचपन के समय की मित्रता को वर्षों बाद भी निभाया ब्राह्मणों का सम्मान करते हुए भगवान श्री कृष्ण राज सिंहासन से दौड़ कर सुदामा को लेने के लिए जाते हैं अपने राज्य सिहासन के ऊपर सुदामा जी को बिठाते हैं उनके चरणों को धोते हैं उनका स्वागत सम्मान करते हैं कथा के दौरान मृदुल कृष्ण उपाध्याय एवं गोपाल राठौर द्वारा कृष्ण सुदामा की दिव्य झांकी प्रस्तुत की गई एवं मंचन किया गया श्री उपाध्याय ने कहा कि मोह का क्षय होना ही मोक्ष है 'श्रीमद् भागवत कथा जीवन जीना सिखाती है एवं अच्छे कार्यों पर चलना सिखाती है। श्रीमद् भागवत कथा जीवन का दर्शन कराने वाला दर्पण है। कथा से प्रेरणा लेकर के विभिन्न समाज के नागरिकों द्वारा नशा शराब, मांस, बीड़ी, सिगरेट,तंबाकू आदि बुराइयां छोड़ी गई बुराइयां छोड़ने वालों के नामों की घोषणा की एवं उनका सम्मान किया। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद बालकवी बैरागी के सुपुत्र अभिनंदन (मुन्ना भैया) बैरागी, पलासिया ठिकाने के जुझार सिंह चुंडावत, अनूप सिंह दरबार, गोविंद सिंह, भैरू सिंह, कैलाश मंत्री, डॉ. बबलू चौधरी, बलराम चौधरी, पंडित महेश उपाध्याय, जय किशन छत्तानी, मोतीलाल बादशाह, विनोद नाथ, कैलाश भाटी, गणेश राठौर सहित दूर-दूर से पधारे हुए भक्तगण उपस्थित रहे। श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम के अवसर पर महा भंडारे का आयोजन किया गया सभी आए हुए श्रोतागणों ने एवं अंचल के भक्तजनों ने भंडारा (भोजन) प्रसादी रखी। तत्पश्चात नगर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई।