मनासा। मन वचन कर्म से पतिदेव की सेवा उनके अनुकूल रहना पतिव्रत धर्म का पालन करना इससे भगवती लक्ष्मी के सहित भगवान नारायण प्रसन्न होते हैं ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों पतिव्रत धर्म के प्रभाव से माता अनुसूया के यहां पर बच्चे बन जाते हैं और उनके संतान के रूप में प्रकट होकर के दत्तात्रेय अवतार लेते हैं माताएं बहनों के लिए एक ही धर्म एक ही व्रत एक ही नियम है पतिव्रत धर्म उक्त विचार व्यक्त करते हुए पलासिया में श्रीमद् भागवत कथा में भागवताचार्य पंडित गोविंद उपाध्याय ने कहा कि पतिव्रत धर्म और मित्र धर्म माता पिता की सेवा सुश्रुषा करना सबसे बड़ा धर्म माना गया है इसके पालन से देवी देवता प्रसन्न होते हैं पित्र भक्ति के कारण भगवान पुंडरीकाक्ष प्रकट होते हैं पति भक्ति से भगवान दत्तात्रेय प्रकट होते हैं अपने अपने धर्म और कर्म का ठीक प्रकार से पालन करना चाहिए श्रीमद् भागवत कथा के इस अवसर पर नरसिंह अवतार वामन अवतार की कथा श्रवण कराई गई एवं दिव्य झांकी प्रस्तुत की गई श्रीमद् भागवत कथा में गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारि करणी सेना के पदाधिकारि गुर्जर समाज के प्रतिनिधि राठौर समाज मनासा एवं अहिर समाज नीमच के प्रतिनिधियों द्वारा सपरिवार भागवताचार्य पंडित श्री गोविंद जी उपाध्याय के मुखारविंद से कथा का रसास्वादन किया गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महासभा एवं प्रदेश युवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जिला नीमच अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यगण कथा में सम्मिलित हुए पंडित शिवनारायण शर्मा कैलाश शर्मा जगदीश जोशी देवीलाल शर्मा, मदन लाल उपाध्याय, राधेश्याम उपाध्याय, ओम प्रकाश पुरोहित, महेश पुरोहित, छोटेलाल शर्मा, कन्हैयालाल शर्मा, जगदीश जोशी, देवीलाल शर्मा, कन्हैया लाल शर्मा, श्याम पुरोहित, राधेश्याम जोशी सेलारपुरा, राजेश व्यास राजस्थान, विष्णु शर्मा भाजपा, शिवम राजपुरोहित ,विनोद पुरोहित, दिनेश पुरोहित, मृदुल कृष्ण उपाध्याय, क्रिश द्विवेदी,सहित विभिन्न समाज बंधु नीमच से अहिर टाइगर्स ग्रुप नीमच के सदस्यगण बाबूलाल अहीर, कमल अहीर, प्रवीण अहिर आदि करणी सेना के पदाधिकारी गुर्जर समाज के प्रतिनिधि राठौर समाज मनासा के सदस्यगण गोपाल राठौड़,श्याम राठौर,जय किशन जी एवं अन्य स्थानों से पधारे हुए भक्तगण सम्मिलित हुए।