कलेक्टर ने कहा जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी
नीमच। जिला चिकित्सालय में कोविड प्रबंधन और व्यवस्थाओ के बारे में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ बी.एल.रावत ने बताया कि कोविड मरीज की मृत्यु के बाद शव की अदला बदली की सोशल मिडिया पर चल रही खबर पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है। जिला चिकित्सालय में जिस भी कोविड मरीज की मृत्यु होती है, उन्हें मुर्दाघर में उनके शरीर पर पहचान का टैग लगाकर व्यवस्थित रखा जाता है और दूसरे दिन नगरपालिका के सहयोग से धर्म के नियामानुसार परिजनों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया जाता है।
चूँकि प्रत्येक शव पर पहचान का टैग लगा होने कारण शव की अदला बदली की सम्भावना नहीं रहती है। मृत व्यक्ति के परिजनों के आने की देरी की स्थिति में नगरपालिका कर्मी शव को श्मशान या कब्रिस्तान तक पहुँचा देते है तथा सम्बंधित के परिजनों के आने के बाद ही कोविड के प्रोटोकोल का पालन करते हुए अंतिम संस्कार करते है। मिडिया में चल रही शव के अदला बदली की घटना बिलकुल ही भ्रामक और निराधार है इस प्रकार की कोई लापरवाही किसी भी स्तर से नहीं हुई है।
यह जानकारी सिविल सर्जन नीमच डॉ.बी.एल.रावत ने दी।
कलेक्टर जितेंद्र सिंह राजे ने कहा कि उक्त घटना की जांच करवाई जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो जांच में दोषी पाए गए शासकीय सेवक के विरुद्ध कार्रवाई की जावेगी