जावद! कोरोना का कहर लोगों के दिलो-दिमाग में इस कदर छाया हुआ है जिससे कई लोग सैंपल देने के लिए क्वारंटाइन होने के लिए मना कर देते हैं जबकि लॉकडाउन के दौरान ऐसे लोग भी थे जिन्होंने इस बीमारी को छुपाया और धीरे-धीरे यह संक्रमण बढ़ता गया और जिसका नतीजा छोटे से नगर में 23 कंटेनमेंट एरिया बने, परंतु कल सकलेचा घाटी पर निवासरत एक परिवार की बहू जो उज्जैन की बेटी है उज्जैन में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इस परिवार के 12 सदस्यों ने यह बात छिपाने की बजाए पूरी तैयारी के साथ शासकीय चिकित्सालय को सूचना दी और स्वयं ही क्वारंटाइन के लिए पहुंचे चिकित्सालय के डॉक्टर एवं स्टाफ ने इनकी मदद करते हुए इन्हें नीमच रोड स्थित एक रिसोर्ट क्वारंटाइन करवाया! कल से सभी सदस्य क्वॉरेंटाइन है रात 10:00 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल इनका सैंपल नहीं लिया गया है हो सकता है! आज डॉक्टरों की टीम तय कर सकती है कि सैंपल कब लिया जाए वैसे इस परिवार साहस की जितनी प्रशंसा की जाए कम है क्योंकि इन्होंने स्वयं को तो बचाया ही है इनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी बचाने का कार्य किया है!