नीमच। जहाँ तप, त्याग और भक्ति एक साथ दिखाई दे... जहाँ हर कदम पर जैन आस्था झलकती हो... नीमच जिले के जमुनिया कला से आज सामने आई है पोष दशमी महोत्सव की भव्य और ऐतिहासिक तस्वीर..." "नीमच जिले के जमुनिया कला स्थित धर्म रत्न पार्श्वनाथ साधना स्थलीपर प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी श्री पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक दिवस भव्य रूप से मनाया गया। पोष दशमी महोत्सव के पावन अवसर पर भगवान श्री पार्श्वनाथ स्वामी के जन्म एवं दीक्षा कल्याणक के उपलक्ष्य में सामूहिक अठम तप आराधना, प्रभु की रथ यात्राऔर साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन किया गया। इस पावन आयोजन में शासन प्रभावी कठोर तपस्वी साध्वी सौम्या प्रभा श्रीजी मा सा, आदि ठाणा-4 की पावन निश्रा में भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत कार्यक्रम संपन्न हुए। पोष दशमी के अवसर पर हजारों की संख्या मे जैन धर्म अनुयायियों ने धर्म रत्न पार्श्वनाथ साधना स्थल पहुंचकर दर्शन लाभ लिया।" बैंड-बाजों और ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ भक्त नाचते-झूमते हुए प्रभु का भव्य वरघोड़ा निकालते नजर आए। पूरी साधना स्थली भक्ति के रंग में रंग गई।" "पोष दशमी महोत्सव ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जमुनिया कला की धरती आज भी जैन आस्था और तपस्या की जीवंत मिसाल है।"