नीमच! कलेक्टर जितेन्द्रसिंह राजे की अध्यक्षता में जनता के धन की सुरक्षा हेतु विधि अंतर्गत कार्यवाही के लिए जिलास्तरीय मानिटरिंग समिति की बैठक गतदिवस आयोजित की गई है। बैठक् में एसपी मनोजकुमार राय, एडीएम वीके धोका,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.एस.कनेश, सभी एसडीएम, एसडीओपी, सीएसपी, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, जिला अभियोजन अधिकारी एवं अन्य अधिकारी व समिति के सदस्गण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर राजे ने नीमच जिले में कार्य कर रही 4 मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी के पदाधिकारियेां एवं एजेटो के बारे में जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए, कि इन संस्थाओं द्वारा किस ब्याज दर से जमाकर्ताओं को लालच देकर धन प्राप्त किया जा रहा है। इसकी जानकारी प्राप्त कर प्रस्तुत करें। कलेक्टर राजे ने निर्देशित किया है, कि जिला अग्रणी बैंक तथा सहायक आयुक्त सहकारिता नीमच संयुक्त जांच टीम गठित कर सिंगोली, मनासा तथा जावद के संबंध में प्रत्येक कार्यशील, अकार्यशील साख सहकारी संस्था तथा माइक्रो फायनेंस कंपनी की जानकारी एकत्र कर 15 दिवस में अवगत करवाए।
बैठक में सचिव पुष्पेन्द्र कुशवाह ने यह भी अवगत कराया गया, कि अक्षय क्रेडिट को- आपरेटिव सोसायटी के संबंध में यह बात सामने आई है, कि समिति के पदाधिकारी अधिक ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाते है। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा कलेक्टर कार्यालय स्तर से पत्र जारी करने हेतु कहा गया। इसके साथ जिले में जो चिटफण्ड कम्पनियां तथा प्राइस चिट, मनी सर्कुलेशन स्कीम से संबंधित समितियों एवं अन्य किसी भी प्रकार के संगठन जो जिले में क्रेडिट जनरेशन का कार्य कर रही है, के संबंध में एसडीएम, सीईओ, जनपद पंचायत, पटवारियों तथा अन्य राजस्व विभाग के अधिकारियों से जानकारियां एकत्रित की जावें एवं आगामी बैठक में प्रस्तुत की जावे। बैठक में सहायक आयुक्त सहकारिता द्वारा विषयांतर्गत प्रावधानों तथा सुसंगत नियमों की जानकारी कमेटी के समक्ष प्रस्तुत की गई। उन्होने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान में कुल चार मल्टीस्टेट को ऑपरेटिव सोसायटी, कुल 15 माइक्रों फायनेंस कम्पनियां अस्तित्व में हैं। इनमें से 4 को-ऑपरेटिव सोसायटी के कार्यालय बंद है तथा 52 साख सहकारी सोसायटी में से 30 कार्यशील तथा 22 अकार्यशील है।