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मध्यवर्गीय व किसानों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार कर रही भाजपा सरकार- ओम दीवान

NEEMUCH HEADLINES May 29, 2020, 1:05 pm Technology

किसान बेबस, भारी भरकम बिजली बिल, मध्यमवर्गीय परिवार के हालात खराब

नीमच। लगातार लॉकडाउन के बीच मध्यमवर्गीय परिवारो के हालात तो खराब हो चुके है वही किसानों की स्थिति दिन ब दिन दयनीय होती जा रही है। युवा, बेरोजगार मानसिक तनाव में जीवन जी रहे है। कई लोगो का रोजगार बंद हो गया है। बैंक की ईएमआई के नाम से तीन माह किश्त आगे से लेने की बात कहकर लोगो का मजाक बनाया गया है। चारो तरफ से आमजनता को आर्थिक मार पड रही है कई परिवारों के हालात खराब हो रहे है। जिंदगी जीने के लिए उन्हें जंग लड़ना पड रही है जबकि प्रदेश व केन्द्र सरकार की आमजन को फायदा देने की दिखावटी कार्यप्रणाली से आमजनता में गहन आक्रोश व्याप्त है। मजदूरों की दयनीय और दिल दहलादेने वाले हालात देखकर समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार की बात हर बात खोखली साबित हुई है। यह बात जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष ओम दीवान ने कही। उन्होंने कहा कि धंधा और व्यापार बुरी तरह प्रभावित है। लोगों के पास पेट भरने की व्यवस्था नहीं है विद्युत विभाग परिस्थितियों को जाने बिना औसत के आधार पर लोगों को भारी भरकम बिल दिये जा रहे है। जब कि भाजपा सरकार को इस कोरोना महामारी के बीच सरकार को आमजनता को तीन माह तक का बिल माफ कर राहत देना चाहिये उल्टे आर्थिक मार मारकर उन्हें कही का नहीं छोड़ नही है। मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा मध्यमवर्गीय व किसानों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार किया जा रहा है। ओम दीवान ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच मध्यप्रदेश की सरकार द्वारा किसानों को ऐसे समय आर्थिक मार मारने पर तुली है। अन्नदाता किसान जब वर्तमान हालातो में जब मंडिया बंद है उनकी फसलें घर पर पड़ी है उन्हें चिंता सताये जा रही है ऐसे समय में किसानों के परिवारों के लिए भाजपा सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाये जा रहे है।जिन किसानों ने सोसायटी से कर्जा ले रखा है उस कर्जे का रूपया बिना किसान को बताये डायरेक्ट अकाउंट से काटकर किसानों को आर्थिक मार मार रही है। सोसायटियों में किसानों के गेहूं की खरीदी की जा रही है।रूपया हाथो में नहीं देते हुए सोसायटी में स्थित किसानों के अकाउंट में डाला जा रहा है। ओम दीवान ने कहा कि कई परिवारों ने बैंक ईएमआई से कई इलेक्ट्रानिक उपकरण, वाहन इत्यादि अपनी जरूरत के हिसाब से खरीदे थे उनको भाजपा की सरकार में जिम्मेदारों द्वारा यह कहकर कि तीन माह तक ईएमआई नहीं भरना है। इस बात में आकर कई लोगों ने ईएमआई की किश्त नहीं भरी बाद में जब उपभोक्ताओं ने संबंधित बैंक, संस्था में अपना स्टेटस चेक किया तो किश्त नहीं भरने का एक माह का पेनल्टी चार्ज भी जुड गया। ऐसे में जिन्होंने तीन माह तक सरकार में बैठे जिम्मेदारों के निर्देशानुसार ईएमआई नहीं भरी अब उनको तीन माह किश्त जिसमें पहले ब्याज जुड़ा होता है उसके साथ पेनल्टी के रूप में भारी भरकम राशि भी भरना पड़ेगी। इसकी कई शिकायतें लोगो ने की है लेकिन उनकी समस्या का निदान अभी नहीं हुआ है। ओम दीवान ने कहा कि चारो तरफ से आमआदमी परेशानियों से घिर चुका है। मध्यवमवर्गीय परिवार, किसान, युवा, बेरोजगार व्यक्ति को अपना घर चलाने के लिए दया की गुहार लगाना पड रही है। कई मध्यमवर्गीय व्यक्ति स्वाभिमान के चलते अपनी परेशानी नहीं बता पा रहे है। लेकिन भाजपा सरकार सिर्फ दिखावटी प्रयास कर रही है जिससे आमजनता के हालात दयनीय होते जा रहे। ऐसे समय में भाजपा की केन्द्र सरकार व मध्यप्रदेश सरकार को चाहिये कि आमजनता के हित में कार्य कर आगामी तीन माह का बिजली बिल माफ करें वहीं मध्यमवर्गीय परिवारों व जरूरतमंद परिवार को बीपीएल परिवार की तरह हर योजना का लाभ देते हुए उनको जीवन जीने के लिए पर्याप्त राशन की व्यवस्था के साथ ही जरूरतम के मान से हर व्यवस्था की जाये जिससे वे ऐसे समय बिना किसी परेशानी के जीवन जी सके। भाजपा के जनप्रतिनिधि सिर्फ फोटो खिंचाकर वाहवाही करना छोड़े उन्हें जनता के बीच जाकर जनता की परेशानियों को हल करना चाहिये।

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