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धर्म आचरण के बिना आत्म कल्याण का मार्ग नहीं मिलता - विजय मुनि जी महाराज साहब, महावीर दीक्षा कल्याणक जयंती समारोह में सहभागी बनें समाजजन

Neemuch headlines November 15, 2025, 6:26 pm Technology

नीमच। गुरुजनों की सेवा से जो अंश ज्ञान प्राप्त किया है वही आत्म कल्याण के लिए समाज को प्रदान कर रहे हैं। क्रोध के त्याग बिना तपस्या सार्थक नहीं होती है।

जीव दया का पालन किए बिना तपस्या का फल पूरा नहीं मिलता है। धर्म आचरण के बिना आत्म कल्याण का मार्ग नहीं मिलता है। यह बात प्रवर्तक कवि विजय मुनि जी महाराज साहब ने कही। वे वीर पार्क रोड जैन कॉलोनी स्थित जैन स्थानक भवन में महावीर स्वामी दीक्षा कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत प्रवचन श्रृंखला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि तपस्या की अनुमोदना करने से भी पाप कर्मों की निर्जरा होती है। महावीर स्वामी ने केवल ज्ञान के बाद संसार के कल्याण के लिए जियो और जीने दो का संदेश प्रदान किया और जीवन को अनुकंपा का मार्गदर्शन प्रदान किया था जो आज भी प्रेरणादाई प्रसंग है। जीव दया को जीवन में आत्मसात करें तो आत्मा का कल्याण हो सकता है। हम मनुष्य जीवन में इस प्रकार के कर्म करें कि सभी सुखी रहे । रोग मुक्त रहे धर्म का आचरण का पालन करते रहे तभी हमारे जीवन के कल्याण का मार्ग मिल सकता है।

चंद्रेश मुनि जी महाराज साहब ने कहा कि 48 मिनट की सामायिक तपस्या यदि एकाग्रता से करें तो आत्म कल्याण का मार्ग मिल सकता है। कविरत्न विजय मुनि जी महाराज साहब ने 75 से अधिक साहित्य की रचना का सम्पादन किया है। चिराग मुनि जी महाराज साहब ने कहा कि जिन शासन की रक्षा के लिए साधु संतों ने अनेक प्रेरणादाई त्याग तपस्या की है जो आज भी अविस्मरणीय है। जैन साधु साध्वी चार माह तक चातुर्मास में त्याग तपस्या का मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और आठ माह तक सभी धर्म के लोगों के साथ विहार कर उन्हें भी आत्म कल्याण का मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। जो व्यक्ति अहिंसा संयम तप का पालन करने वाला हो वह साधार्मिक बंधु कहलाता है। मां के बिना संसार अधूरा रहता है। कर्म कभी भी एक दूसरे को नहीं लगते हैं अपने ही कर्म का पुण्य फल मिलता है।

भंवरलाल देश लहरा मनोहर शंभू बम, रवि वीरवाल हितेश जैन अनिल मांदरेचा, आदि समाज जन उपस्थित थे इस अवसर पर मास श्रवण की तपस्या करने वाले तपस्वी बहन मधु शौकीन चौधरी की मास श्रमण तपस्या की अनुमोदना की गई। मांगलिक श्रवण आशीर्वाद ग्रहण के बाद धर्म प्रभावना का वितरण किया गया धर्म सभा का संचालन प्रशांत श्रीमाल ने किया। इस अवसर पर  वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ नीमच कैंट के तत्वाधान में शुक्रवार सुबह 9 बजे वीर पार्क रोड जैन कॉलोनी स्थित वर्धमान जैन स्थानक भवन में महावीर स्वामी का दीक्षा कल्याणक के उपलक्ष्य में जैन दिवाकर श्रमण संघीय प्रवर्तक श्री विजय मुनि जी महाराज साहब का 62 वां दीक्षा दिवस सामायिक व्रत तपस्या के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रवचन गुणानुवाद धर्म सभा भी आयोजित की गई।

इस अवसर पर प्रवर्तकश्री एवं चिराग मुनि जी व  चंद्रेश मुनि जी महाराज साहब आदि ठाणा का सानिध्य भी मिला।

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