भोपाल। कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ आज नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और बर्खास्त करने के लिए ज्ञापन सौंपा। इसके बाद राजभवन के बाहर कांग्रेस विधायक दल ने अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की और उमंग सिंघार सहित कई कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन के दौरान कहा कि ये न सिर्फ़ मेजर सोफिया कुरैशी का बल्कि हर उस बेटी का अपमान है जो देश के लिए वर्दी पहनती है। उमंग सिंघार ने सरकार को कटघरे में लेते हुए सवाल किया कि 48 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन बीजेपी ने अब तक विजय शाह पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है। हुई। उन्होंने पूछा कि जब हाईकोर्ट इस मामले में संज्ञान ले रहा है तो भाजपा क्यों मौन है। उमंग सिंघार और अन्य कांग्रेस नेता गिरफ्तार भोपाल में आज कांग्रेस नेताओं ने विजय शाह के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल को ज्ञापन सौंपकर मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग की। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर राजभवन के बाहर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। जब पुलिस इन्हें हटाने आई तो कांग्रेसियों ने धरने से उठने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उमंग सिंघार सहित कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं को गिरफ़्तार किया और अपने साथ ले गई। इस दौरान कांग्रेस लगातार विजय शाह को हटाने की मांग करती रही। उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बीजेपी की पुलिस देश की सेना के साथ नहीं है। ये पुलिस भारतीय जनता पार्टी की हो गई है और देश की सेना और देश के जवानों के साथ नहीं हैं। अब ये क्या बोल गए उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, आखिर कब लगेगी माननीयों की ज़बान पर लगाम, कांग्रेस ने किया पलटवार विजय शाह की बर्खास्तगी की मांग, कांग्रेस ने लगाया आरोप गिरफ्तारी से पहले धरने पर बैठे उमंग सिंघार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इतना समय हो जान के बाद भी अब तक बीजेपी ने विजय शाह पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है। उन्होंने पूछा कि ‘क्या बीजेपी की विजय शाह के कृत्य के साथ मौन स्वीकृति है। क्या बीजेपी देश की सेना से बड़ी हो गई है। जब हाईकोर्ट इस मामले पर संज्ञान लेकर एफआईआर करने के निर्देश दे रहा है तो सरकार क्यों चुप है। क्या आप अपने मंत्रीमंडल को और विजय शाह को सेना से बड़ा मानते हैं। इसीलिए हमने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है कि वे अपने अधिकार का उपयोग करते हुए उन्हें बर्खास्त करें।’ नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि बीजेपी की खामोशी क्या इस बात का संकेत है कि वो ऐसे लोगों को संरक्षण दे रहे हैं।