मुंबई हमला भारत के लिए किसी काले दिन से कम नहीं था। उस दिन 175 लोग आतंकी हमले में मारे गए थे। इस हमले को लेकर एनआईए ने तहव्वुर राणा समेत 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें इन पर 26/11 मुंबई हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने का आरोप लगाया गया था। अब तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। फिलहाल, वह लॉस एंजिल्स की एक जेल में बंद है। तहव्वुर राणा ने अमेरिकी कोर्ट में दलील दी थी कि अगर उसे भारत प्रत्यर्पित किया गया तो उसकी जान को खतरा होगा। उसने दावा किया था कि भारत में उसे प्रताड़ित किया जाएगा और वह ज्यादा दिन जिंदा नहीं रह सकेगा। इसी आधार पर उसने कोर्ट से भारत प्रत्यर्पण पर इमरजेंसी स्टे लगाने की गुहार लगाई थी। मुंबई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता हो गया साफ!
प्रताड़ना के डर से अमेरिकी कोर्ट में लगाई याचिका हुई खारिज अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा को दिया झटका हालांकि, अब अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर राणा को झटका देते हुए उसकी दलीलों को खारिज कर दिया है। ऐसे में जल्द ही उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। मुंबई हमले में तहव्वुर राणा पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। इसे लेकर उसने अमेरिकी कोर्ट में दलील दी थी कि भारत में उसकी जान को खतरा है। उसने तर्क दिया था कि ह्यूमन राइट्स वॉच 2023 की वर्ल्ड रिपोर्ट में भारत की भाजपा सरकार द्वारा धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों के साथ भेदभाव करने की बात सामने आई है। उसने यह भी कहा कि भारत में तानाशाही बढ़ रही है, इसलिए उसे भारत नहीं भेजा जाना चाहिए। तहव्वुर राणा ने यह भी दावा किया था कि वह मूल रूप से पाकिस्तान का मुस्लिम है, इसलिए उसे भारत में प्रताड़ित किया जाएगा। इसके अलावा, उसने अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए कहा था कि वह पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। हालांकि, अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने उसकी सभी दलीलों को खारिज कर दिया है। एक और याचिका दायर की गई थी
गौरतलब है कि तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर हाल ही में नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भी चर्चा हुई थी। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि तहव्वुर राणा को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दी जा चुकी है और उसे भारत में ट्रायल का सामना करना होगा। इसके बाद तहव्वुर राणा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। हाल ही में उसने एक और याचिका दायर की थी, लेकिन अब इसे भी खारिज कर दिया गया है। ऐसे में जल्द ही तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है।