1. मास्क का उपयोग करें
दीपावली के दौरान वातावरण में धूल और धुएं का स्तर बढ़ने की संभावना रहती है। अस्थमा के मरीजों को बाहर निकलते समय हमेशा मास्क पहनना चाहिए ताकि वे धुएं और प्रदूषण से सुरक्षित रहें। N95 मास्क विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं क्योंकि वे छोटे कणों को भी रोकने में सक्षम होते हैं।
2 दीपावली के दौरान हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है, जिससे अस्थमा का अटैक होने का खतरा रहता है। इसलिए अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों और इन्हेलर को हमेशा अपने पास रखें और समय पर इनका उपयोग करें। आपातकालीन स्थिति में ये आपकी बहुत मदद कर सकते हैं।
3. घर के अंदर हवा शुद्ध बनाए रखें प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें। इसके साथ ही, खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें ताकि धुआं और धूल आपके घर में प्रवेश न कर सके। एयर प्यूरीफायर आपके घर के अंदर हवा की गुणवत्ता को सुधारने में मददगार हो सकता है।
4. प्राकृतिक दीयों का इस्तेमाल करें पटाखों से होने वाला धुआं अस्थमा के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके बजाय, प्राकृतिक तेल वाले दीयों का उपयोग करें जो आपके घर के वातावरण को प्रदूषित नहीं करते। इस प्रकार का वातावरण अस्थमा के मरीजों के लिए सुरक्षित होता है और आप सुरक्षित रूप से दीपावली का आनंद उठा सकते हैं। आप पानी के दीयों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
5. भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें दीपावली पर पटाखे जलाने वाले स्थानों से दूर रहें, क्योंकि वहां पर धुएं और धूल का स्तर अधिक होता है। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, और घर के अंदर रहकर परिवार के साथ सुरक्षित दिवाली मनाएं।
6. भोजन और औषधियों का विशेष ध्यान रखें अस्थमा के मरीजों को अपने भोजन पर ध्यान देना चाहिए और उन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जो एलर्जी को बढ़ा सकते हैं। तला-भुना खाना खाने से बचें। अपनी डाइट में फ्रेश फल और सब्जियों का सेवन करें।