नीमच । उत्तराध्यन सूत्र का अध्ययन करने से संसार में आने वाली हर समस्याओं का उत्तर मिल जाता है। उत्तराधयन सूत्र हमें पवित्रता के साथ तपस्या करने की प्रेरणा देता है। उत्तराधयन सूत्र का अध्ययन आत्म कल्याण का मार्ग दिखाता है। यह बात आचार्य जिन सुंदर सुरी श्री जी महाराज ने कहीं। वे जैन श्वेतांबर श्री भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर श्री संघ ट्रस्ट पुस्तक बाजार के तत्वावधान में मिडिल स्कूल मैदान स्थित जैन भवन में धर्म आगम पर्व पर आयोजित धर्म सभा में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि उत्तराध्यन सूत्र हमें माता-पिता तथा गुरु की सेवा तथा त्योहारों के समय भी धर्म आराधना की आदर्श प्रेरणा प्रदान करता है। अध्ययन से क्रोध कसाय से भटकते को मार्ग मिल जाता है। दिवाली के पवित्र त्यौहार पर आयम्बिल तपस्या का उपवास करना चाहिए आयम्बिल तपस्या आत्मा को निर्मल करती है और यह पुण्य फलदाई होती है। पूज्य आचार्य भगवंत श्री जिनसुंदर सुरिजी मसा, धर्म बोधी सुरी श्री जी महाराज आदि ठाणा 8 का सानिध्य मिला। प्रवचन एवं धर्मसभा हुई। प्रतिदिन सुबह 7 बजे प्रवचन करने के व साध्वी वृंद के दर्शन वंदन का लाभ नीमच नगर वासियों को मिला प्रवचन का धर्म लाभ लिया।