नीमच। मध्य प्रदेश सरकार ने जहां एक और बिजली विभाग को प्राइवेट कर दिया उसके बाद प्राइवेट कंपनियों के स्मार्ट बिलों ने सीधे तौर पर मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों की जेब में डाका डालने का काम शुरू कर दिया।
लोगों के तीन से चार गुना बिल आने की वजह से बेबस लोग परेशान होकर बिजली विभागों के चक्कर काट रहे हैं। ऐसे में एक दो नहीं सैकड़ो मामले नीमच जिले मे आ चुके हैं।
इन सब मामलों को गंभीरता से देखते हुए कांग्रेस के कद्यावर नेता तरुण बाहेती ने मोर्चा खोलते हुए बिजली के स्मार्ट मीटरो को जमा कर वापस पुराने मीटर लगवाने की बात पर जोर दिया है। उन्होंने नीमच हेडलाइंस को बताया कि नीमच जिला ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र सहित प्रदेशभर में भी स्मार्ट मीटर की वजह से आम आदमी का बिल जहां 500 से 700 आता था वो अब बढ़कर सीधे 2500 से 3000 का बिल हो चुका है।
कई जगहों पर 10 से 15 हजार के बिल भी आ रहे है। अब एक आम व्यक्ति अपने परिवार का भरण पोषण करे या केवल बिजली का बिल भरने में रह जाए महंगाई की इस मार में व्यक्ति अपने परिवार को चलाने और बच्चों की शिक्षा में अपनी जमा पूंजी को खर्च कर रहा है। ऐसे में स्मार्ट मीटर का वजन उनकी हालत को और दयनीय बना रहा है।
और ऐसे में भाजपा सरकार को गरीब और बेबस जनता पर रहम भी नहीं आ रहा है। सरकार को अपने फैसले बदलने होंगे और स्मार्ट मीटर बदलकर वापस पुराने मीटर लगवाने होंगे। नही तो जनता का उग्र आंदोलन झेलने के लिए सरकार को तैयार रहना होगा।