कुकड़ेश्वर। श्रावण मास के लगते ही इंद्रदेव ने प्रसन्न होकर बारिश शुरू की तो बीच-बीच में रुक-रुक कर राहत भरी बारिश से आमजन में उत्साह देखा गया। वहीं 1 अगस्त को रात्रि 10:00 बजे से नगर व क्षेत्र में हुई अखंडित अनवरत कभी तेज तो कभी कम बारिश हो रही इस बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त जरुर हुआ लेकिन चंहु और खुशी व्याप्त होकर आमजन उत्साहित हुए लेकिन इतनी बारिश होने के बाद भी नगर का मुख्य जल स्रोत जो जल सवर्धन का काम करता है।
श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव का तालाब जिसको सौंदर्यीकरण व तालाब पाल जिर्णोद्धार में तालाब पाल के पास नवीन दीवाल जो तीन फीट ही करना थी लेकिन 6 से 7 फीट चौड़ी मिट्टी की पाल निर्माण करने से इस तालाब की चौड़ाई 25 से 30% कम हो गयी व क्षेत्र फल के हिसाब से इस बार तालाब की चौड़ाई कम हो गयी व पानी का कम भराव होगा उक्त जन चर्चा आम है जन चोपालो व नगर में चल रही चर्चा अनुसार जल स्टाक एवं चौड़ाई के अनुपात से उक्त पाल के पास से दीवाल निर्माण अत्यधिक चौड़ाई में लेने से जहां मुख्य पानी का भराव होता है एवं चौड़ाई में फैलता है इसकी चौड़ाई कम होने से एवं वेस्ट वेयर की ऊंचाई कम होने से प्रतिवर्ष की भांति इस बार अच्छी बारिश होने के बाद भी तालाब में पानी कम भराएगा।आमजन के कहें अनुसार अगर पाल मजबूत करना थी तो तीन फीट की आर सी सी की दिवाल बना कर भी मजबुत हो सकती थी। इस जन चर्चा पर नगर परिषद को ध्यान देकर उचीत हल निकालना चाहिए अन्यथा पूर्व में पूरे वर्ष जिस प्रकार नगर में पानी की समस्या रही वहीं फिर उत्पन्न हो सकती है। वैसे इस बार आशा अनुरूप बारिश हो रही है
इस बारिश से सभी और उत्साह और उमंग का माहौल बना हुआ है।