नीमच। सावन मास भगवान शिव का सबसे प्रिय मास होता है और इस माह में भक्तजन बड़ी ही श्रद्धा भाव के साथ सुबह से ही भगवान शिव की पूजा अर्चना में लग जाते हैं। सुबह से ही देवालयों पर भक्तों की भीड़ लग जाती है ऐसा ही नजर नीमच के इंदिरा नगर स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव का भी है जहां पर सुबह 4:00 बजे से भक्तजन पूजा अर्चना के साथ जलाभिषेक करना शुरू कर देते हैं।
श्री नर्मदेश्वर महादेव के पुजारी पूर्व सैनिक अशोक दावरे जी ने नीमच हेडलाइंस को बताया कि भगवान शिव का नाम नर्मदेश्वर महादेव किस तरह पड़ा..? उन्होंने बताया कि संतो के द्वारा नर्मदा जी से प्रकट हुए भगवान शिव के इस शिवलिंग को यहां विधि विधान के साथ स्थापित किया गया। इसके बाद इस क्षेत्र में आस्था का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। वही प्रतिदिन यहां पर श्रद्धालु आकर जलाभिषेक करते हैं सावन माह में यहां विशेष संयोग बनते हैं जहां सैकड़ो की संख्या में भक्तजन पूजा और जलाभिषेक करते हैं।
मंदिर परिसर में ही भगवान श्री बालाजी का मंदिर भी है वही जल्दी यहां पर भगवान श्रीराम का "राम दरबार" और भगवान "श्री खाटू श्याम जी" की स्थापना की जाएगी। इस कार्य में श्रद्धालु अपनी सुविधा अनुसार दान सहयोग भी कर रहे हैं। पुजारी अशोक दावरे ने कहा कि भगवान श्रीराम के राम दरबार के साथ एक ही दिन में श्री खाटू श्याम जी की भी भाव स्थापना होगी और यह मंदिर पूरी तरह से परिपूर्ण होगा। पंडित जी ने क्षेत्र के रहवासियों से अपील करते हुए कहा है की सभी भक्तजन इस सावन माह में भगवान श्री नर्मदेश्वर महादेव के दर्शन करे और प्रत्येक सोमवार को शाम को भगवान् के आकर्षक श्रृंगार होते है। ऐसे में भक्तजन सपरिवार अवश्य पधारे।