रामपुरा। नगर में मोहर्रम पर्व हर्षोल्लास उमंग के साथ मनाया गया। इससे पूर्व यादे हुसैन मनाने का सिलसिला जारी था गौरतलब है कि रामपुरा में मोहर्रम पर्व एक दिन बाद तक मनाया जाता है मदारबाग से 17 तारिख को रात्रि 12:00 बजे 20 ताजियों का मुकाम उठा ताजियों का यह कारवां जुलूस के रूप में छोटा बाजार होते हुए आज प्रात: 5:00 बजे लालबाग पहुंचा ।
जहां 18 तारिख को दोपहर 2:00 बजे बैंड की मनमोहक धुन ले लो शहीदे आजम लेलो सलाम हमारा, नाना सलाम लीजिए शब्बीर जा रहे हैं बैंड की गमगीन धुन के साथ तथा शहिदाने कर्बला की शान में गमगीन मर्सीहो तथा अखाड़े के हैरतअंगेज कारनामों के साथ ताजियों का यह कारवां कर्बला की जानिब चला। जिसमें हजारों स्त्री पुरुष बच्चे शामिल रहे शाम 6:00 बजे गांधीसागर के बैकवॉटर एरिया कर्बला में ताजिए पहुंचें और पानी में उत्सर्जित किए गए गौरतलब है कि मोहर्रम की 1 तारीख से ही रामपुरा नगर में यादें हुसैन मनाने का सिलसिला जारी था जिसमें जगह-जगह गली मोहल्लों में लंगर हलीम शरबत का आयोजन किया जा रहा था। वही 10 रोजा तकरीर का कार्यक्रम मदारबाग और मुल्तानी मोहल्ले में आयोजित किया गया जिसमें बाहर से आए उलेमा ए इकराम ने इमाम हुसैन की शहादत पर रोशनी डाली मोहर्रम के अवसर पर हुसैनी लंगर कमेटी की जानिब से लंगर सहभोज का भी सराहनीय आयोजन किया गया ।
जिसमें प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी हजारों की संख्या में रामपुरा सहित बाहर से आए अकीदतमंद जायरिनों ने भोजन ग्रहण किया। मोहर्रम के अवसर पर पुलिस व्यवस्था, विद्युत विभाग, नगर परिषद का सराहनीय योगदान रहा।