नीमच। जब रक्षा की रक्षक हो जाए तो आम जनता कहां जाए और किसे अपना दर्द सुनाए। यह तो भला हो बघाना थाने का जहा का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गया और पुलिस प्रशासन सोचने पर मजबूर हो गया नहीं तो महिला 07 महीने से तो न्याय का चक्कर लगा ही रही थी। जी हां यह मामला है नीमच जिले के बघाना थाने का जहां पर न्याय की गुहार लगाने पहुंची महिला के साथ बघाना थाने पर पदस्थ एएसआई वीरेंद्र सिंह बिसेन ने अभद्रता करते हुए महिला को गाली गलौज करते हुए बीच बचाव करने आए उसके बेटे को धड़ाधड़ 3-4 चाटे लगा दिए। और महिला के पुत्र पर 151 का झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया।
इसके बाद महिला ने जनसुनवाई में भी शिकायत की थी। शिकायत के बावजूद भी महिला को इस मामले में कोई न्याय नहीं मिला। ऐसे में बघाना थाने के सीसीटीवी फुटेज ने अपना कमाल दिखाया और अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि नीमच हेडलाइंस इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता परंतु कहीं ना कहीं यह पुलिस की कार्यप्रणाली को दर्शाता है। आज अगर एक आम व्यक्ति उचित कार्यवाही और न्याय की मांग के लिए थाने के चक्कर काटता है तो उसे या तो गंदी गालियों का सामना करना पड़ता है या फिर झूठे प्रकरण का डर सताता है की कही किसी झूठे केस में ना फंसा दे। आखिर पुलिस के कर्मचारियों का "देशभक्ति जन सेवा" का नारा कहां गया। ऐसे कर्मचारी अपने आप को पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की श्रेणी में समझने लग जाते हैं और आम जनता के साथ दुर्व्यवहार करने पर उतर आते हैं हालांकि इस मामले में नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन ने कार्यवाही करने का वीडियो भी जारी किया। इसी मामले में पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल द्वारा कार्यवाही की सुचना भी आई है। जिसमे एएसआई वीरेंद्र सिंह बिसेन को थाने से हटा दिया गया है। परंतु इन सब में महिला के मासूम बेटे को 151 की धारा में दर्ज किये गए झूठे प्रकरण की प्रताड़ना झेलनी पड़ी। क्या उसका न्याय उस युवक को मिल पायेगा..? क्या पुलिस को लेकर उसके मन में बनी सुधर पायेगी..? यह सारे सवाल अब भी वैसे ही है।