नीमच। बसों में कृषि जिंसों के परिवहन कर प्राइवेट बस मालिक अपनी मनमानी के चलते यात्रियों की जान खतरे में डाल रहे हैं। नीमच की गायत्री ट्रेवल्स की बसों को क्विंटलों में कृषि जिंसों से लादा जाकर परिवहन किया जाता हैं। जिसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ता हैं। वही कई बार बड़े बड़े हादसे होते होते टलते हैं।
वही शुक्रवार को भी एक बड़ी खबर सामने आई हैं बता दे कि हरिद्वार से नीमच आ रही गायत्री ट्रेवल्स नीमच की स्लीपर बस क्रमांक ए.आर. 01 3321 अल सुबह 4:50 बजे जयपुर से 8 किलोमीटर पहले हाईवे पर ब्रिज के पास दुर्घटना ग्रस्त हो गईं। इसमे बस रोड डायवर्शन के लिए रखे नो एंट्री पिलर में तेज गति से चलते हुए घुस गई। गनीमत रही कि इस हादसे में सामने से कोई वाहन नही टकराया नही तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। बस में करीब 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। जिन्हें हादसे में कोई चोट नही लगी है। ये हादसा बस चालक की लापरवाही से हुआ जो शुरू से तेज गति में चला रहा था। और उसे रोड डायवर्शन के लिए रखा बोर्ड तक नही दिखाई दिया। हादसे में चालक के पैर में जरूर मामूली चोट लगी है। हादसे के बाद बस में सवार करीब 50 से ज्यादा यात्रियों को नीचे उतार दिया ओर वह अब दूसरी बस की व्यवस्था करने की मांग कर रहे है। अभी तक कोई व्यवस्था नही हुई है।सभी यात्री रास्ते मे खड़े है ओर आक्रोश जता रहे है। उनका कहना है जब बस में जाने के लिए टिकिट ले रहे थे। तब हरिद्वार में बस ट्रेवल्स से जुड़े एजेन्ट ओर अन्य स्टाफ द्वारा उनसे काफी अभद्र व्यवहार भी किया गया।
जिनके साथ 5 से ज्यादा यात्री थे। उनको बुकिंग के समय गलत जानकारी देते हुए टिकिट में डिस्काउंट देने का बोलकर रुपये कम बताये और बस में सवार होने से पहले टिकिट देते समय ज्यादा रुपये भी वसूले। इससे भी यात्रियों में आक्रोश है। बस में नीमच सहित आसपास के ही ज्यादा यात्री सवार है जो फिलहाल अभी दुर्घटना स्थल पर ही खड़े है। वही परिवहन विभाग को ऐसे बस संचालकों पर कार्यवाही करना चाहिए। जिसमें ओवरलोड होकर परिवहन किया जाता हैं। साथ ही क्षमता से अधिक यात्रियों को बसों में ठूसा जाता हैं।