फर्जीवाडे से मशीनों से कम कर कर किया जा रहा भ्रष्टाचार, देर रात नदी से रेत निकालकर बेचने का भी आरोप
नीमच। मंगलवार को जनसुनवाई में जावद विधानसभा के तारापुर का मामला आया जहां पर तारापुर के सरपंच द्वारा मशीनों से कम कर कर फर्जी तरीके से मिस्टर भरे जा रहे हैं। जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर के समक्ष की गयी।
शिकायतकर्ता ने बताया की पूर्व में दस्तावेजो के साथ जिलामुख्यालय पर कई बार तारापुर सरपंच विवेक सुरागी की शिकायत की गई उसके बाद भी सिर्फ अस्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। भ्रस्टाचार के मामलो की शिकायतों का निराकरण तो नहीं हुआ परंतु अभी वर्तमान में नया मामला प्रकाश में आया। जहा सरपंच सुरागी ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करते हुए सुदूर सड़क निर्माण में मनरेगा के अंतर्गत चलने वाले कार्य में मजदूरो से कार्य करवाने के बजाय सारा काम मशीनों द्वारा करवाया जा रहा है। यही नहीं कार्य का पैसा मस्टर द्वारा ऐसे व्यक्तियों के खाते में डाला जा रहा है। जिन्होंने कभी हाथ में फावड़ा भी नहीं पकड़ा होगा। जो अपनी दुकानों पर बैठ कर काम धंधा कर रहे है उनका नाम भी मस्टर की लिस्ट में है।
जिसकी जाच होनी चाहिए। ऐसे में अभी एक ताज़ा मामला सामने आया है जिसमे एक गर्भवती महिला जिसकी डिलवरी ओर ऑपरेशन के 10 दिन बाद ही मस्टर द्वरा उसके खाते में पैसे डालकर उसको मजदूरी करना बताया गया है जबकि सरकार भी गर्भावस्था में तीन महीने आराम की सलाह व छुट्टी देती है। गर्भवती महिला के साथ साथ उसके पति व जेठ भाभी के खाते में भी मस्टर द्वारा पैसे डाले गए है। इस तरह से मजदूरों से उनका काम छीन कर अपने मिलने वालो के खाते में पैसे डाल कर कमीशन के माध्यम से अपनी जेब भरने का काम सरपंच द्वरा किया जा रहा है। ऐसा शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में जिला कलेक्टर को बताया है। आपको बता दे कि इसी प्रकार से आंगनबाड़ी का कार्य खराब गुणवत्ता के साथ और बड़ी ढिलाई के साथ किया जा रहा है।
पूर्व में आंगनबाड़ी संबंधित शिकायत भी की गयी परंतु जांचकर्ता अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। शिकायतकर्ता गणेश चन्द्र और गोपाल ने बताया की सरपंच द्वारा कोई एक भस्टाचार नहीं किया जा रहा। अभी वर्तमान में सरपंच द्वारा नदी में से रात को जेसीबी चला कर रेत निकाल रहा है। और उसको सुदूर सड़क के नाम से लोगों को बेची जा रही है।
सरपंच द्वारा हर काम में भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दी जा रही है। अभी गांव में शासन द्वारा जो अवासीय पट्टे बन रहे थे उसमें भी सरपंच की इच्छा लोगों से पैसे लेने की थी पर जागरूक लोगों द्वारा विरोध करने पर सरपंच ने बात को दबा दिया अभी सरपंच लोगों की जमीनों पर कब्जा करता लोगों को डराना धमकाना यहाँ तक की पानी के टैंकर बेचना और पैसो के दम पर प्रशासन को जैब में रखने की बड़ी-बड़ी बाते करता है। गांव में अध्यवस्थाओ का अंबार लगा है। ऐसे में जिले के उच्च अधिकारियो को दौरा कर जांच करते हुए कार्यवाही करनी चाहिए।
इनका कहना :-
मेरे द्वारा सभी कार्य ईमानदारी से करवाए जा रहे हैं। कही पर भारी कार्य आ जाता है तो मशीनों का उपयोग होता है बाकी तो मजदूरो द्वारा ही कार्य करवाया जाता है। चुनावी हार का बदला लेने के किये कुछ लोग जानबूझ कर झूठी शिकायते कर रहे है।
--विवेक सुरागी- सरपंच तारापुर जनसुनवाई में शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है। सम्बंधित अधिकारियो को शिकायत भेजी गयी है। जांच के पश्चात उचित कार्यवाही की जायेगी।
--दिनेश जैन, कलेक्टर नीमच