पांच दिवसीय बालिका संस्कार शिविर मशाल तृतीय पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न।
नीमच। युवा वर्ग आधुनिक युग की प्रतिस्पर्धा में सहभागी अवश्य बने लेकिन तनाव के साथ नहीं। विपरीत परिस्थितियों में धर्मगुरु माता-पिता मित्र की सहायता लेना चाहिए। धार्मिक पाठशाला संस्कारों की जननी होती है।बेटी के धर्म संस्कार दो परिवारों का सम्मान बढ़ाते हैं। यह बात साध्वी प्रवृद्धि श्री जी मसा ने कही ।वे श्री जैन श्वेतांबर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के तत्वाधान में दिगंबर जैन मांगलिक भवन में आयोजित पांच दिवसीय धार्मिक संस्कार प्रशिक्षण शिविर में के समापन अवसर पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि शिवीर में प्रशिक्षण सीखने के बाद चिंतन करें तो वह जीवन में हरियाली का बाग लगा सकती है और यदि चिंता करेगी तो वहां आग लग सकती है। बालिकाएं जीवन में सुबह जल्दी उठकर सूर्योदय के दर्शन करेगी तो उनके जीवन का उदय जल्दी होगा उनके पास समय की कमी नहीं रहेगी और वह जीवन के हर क्षेत्र में सफलता को प्राप्त कर सकेगी। सफलता प्राप्त करनी है तो गुरू वंदन और चैत्य वंदन के संस्कारों को जीवन में आत्मसात करना चाहिए। महावीर के शासन में कायरों का नहीं वीरों का सम्मान होता है।
प्रेम धर्म का सेतु होता है। एक और जहां पशु भी गिरिराज पर्वत को स्पर्श कर अपने जीवन का कल्याण करता है वही इस देश में दूसरी ओर मुंबई के कॉलेज में 100 बच्चे समूह में पुलिस की गिरफ्त में पकडाते हैं उसमें से 30प्रतिशत बच्चे समाज के होते हैं हमें चिंतन करना होगा कि हमारा समाज किधर जा रहा है। युवा वर्ग की छोटी सी गलती पूरे परिवार को बदनाम कर देती है इसलिए युवा वर्ग अपनी अच्छाइयों संस्कारों पर ध्यान केंद्रित करें। बालिका अत्याचार अपराध की घटना के लिए जिम्मेदार कौन है या इस घटना का प्रमुख आधार क्या होता है घटना में सावधानी रखने पर बालिकाएं अपनी आत्मरक्षा बचाव कर सकती हैं। भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल नागौरी ने कहा कि धार्मिक संस्कार शिविर बेटियों के जीवन में संघर्ष के समय महत्वपूर्ण सहयोगी सिद्ध होगा। राजमल छाजेड़ ने कहा कि नीमच क्षेत्र की जो बालिकाएं शिविर में नहीं जुड़ सकी है उनके लिए शीघ्र ही साध्वी महाराज साहब के सानिध्य में एक और शिविर आयोजित किया जाएगा। राहुल जैन ने कहा कि बालिकाएं पूरे परिवार के केंद्र की धुरी होती है उन्होंने आत्मरक्षा का संस्कार प्राप्त किया है जो उनके लिए जीवन पर्यंत सहयोगी सिद्ध होगा।साध्वी मसा की सांसारिक बहन शिविर संचालिकाआशिता सुराणा इंदौर ने कहा कि धर्म संस्कार प्रशिक्षण शिविर में समय का महत्व होता है अनुशासन से ही जीवन में सफलता मिलती है इसलिए यदि भुल वश कुछ कहा सुना हो तो क्षमा करें। शिविर की संयोजक पुष्प मसाले निर्देशिका रचना भांसाली ने कहा कि जीवन में सुरक्षा महत्वपूर्ण होती है और इस प्रशिक्षण शिविर में बालिकाओं ने प्रतिदिन एक घंटा आत्मरक्षा के संस्कारों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया है जो आधुनिक युग में बहुत महत्वपूर्ण कदम है। साध्वी शुद्धि प्रसन्ना श्रीजी ,प्रवृधि श्री जी, समृद्धि श्रीजी मसा.आदि ठाना की पावन निश्रा में मशाल तृतीय 23 से 27मई तक 12वर्ष से अधिक आयु वर्ग की बालिकाओं का धार्मिक संस्कार प्रशिक्षण शिविर दिगम्बर जैन मांगलिक भवन में आयोजित किया गया। शिविर में जैनीलिज्म, सदैव प्रसन्न रहने की कला, स्वयं का विकास, जीने की कला, आत्मरक्षा व योग प्रशिक्षण, विषय विशेषज्ञ द्वारा विशेष मार्गदर्शन के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है रहवासी प्रशिक्षण शिविर में राजस्थान के नगरों से व मध्य प्रदेश से बालिकाएं प्रशिक्षण लेने के लिए सहभागी बनी। इस धरा पर मानवता का होना संस्कारों से दिखाई देता है। शिविर में80 से अधिक बालिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। इसअवसर पर सरस्वती पूजन का कार्यक्रम भी दोपहर 1:30 बजे किया गया जिसमें सभी में उत्साह के साथ सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम में महावीर जिनालय विकास नगर ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया,मनोहर सिंह लोढ़ा, अख्खे सिंह कोठारी, सुंदर तातेड , राजेश कच्छारा, इंदू छाजेड, रेखा सुराणा सहित अनेक समाज जन उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ महावीर स्वामी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के बाद साध्वी महाराज साहब आदि ठाना साध्वी मंडल ने शाम 4:30 बजे महावीर जिनालय विकास नगर के लिए विहार किया। विकास नगर स्थित मनोहर सिंह लोढ़ा के आवास पर विराजमान रहने के लिए प्रस्थान करेंगे। यहां से सुबह 4:30 बजे कुकड़ेश्वर के लिए प्रस्थान करेंगे तथा कुकड़ेश्वर से 10 मई को रतलाम में आयोजित दीक्षा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विहार कर प्रस्थान करेंगे। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट सचिव मनीष कोठारी ने किया।
इनका किया सम्मान :-
प्रशिक्षण शिविर के लिए निःशुल्क भवन उपलब्ध कराने के उल्लेखनीय सेवा कार्य क्षेत्र के लिए दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विजय विनायका जैन प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के प्रतिनिधि विजय विनायका और विजय बज, शिविर संचालन में सहयोग के लिए आशिता सुराणा, रचना भंसाली इंदौर, जैन संस्कार परीक्षा में 84प्रतिशत अंक के साथ शालु जैन प्रथम, लक्षिता जैन द्वितीय, अलीशा जैन तृतीय ,ज्योति संघवी चतुर्थ, वंशिता जैन पंचम स्थान पर विजेता का भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट व महावीर जिनालय विकास नगर ट्रस्ट पदाधिकारीयों द्वारा शाल श्रीफल मोती माला से सम्मान किया गया।