12 जिलों में तेज बारिश-आंधी का अलर्ट, बादल-बिजली, ओले गिरने का भी अनुमान, 16 मई के बाद फिर बदलेगा मौसम

Neemuch headlines May 14, 2024, 5:27 pm Technology

पश्चिमी विक्षोभ, द्रोणिका और चक्रवात के प्रभाव से मध्य प्रदेश में बारिश-आंधी का सिलसिला बना हुआ है। पिछले 24 घंटे में गुना रतलाम समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। आज मंगलवार को भी 12 जिलों में बारिश, आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कहीं कहीं ओले भी गिर सकते है।इस दौरान 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती हैं।भोपाल में अधिकतम तापमान 38 डिसे तो न्यूनतम तापमान 24 डिसे रह सकता है। अल्पकालिक बारिश आंधी और गरज चमक का अनुमान भी जताया गया है। आज इन जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट आज मंगलवार को झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में तेज बारिश होने का अनुमान है। यहां ओलावृष्टि के साथ वज्रपात और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अलर्ट जारी किया गया है। अलीराजपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर, विदिशा, सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी और बालाघाट में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बैतूल खंडवा बड़वानी छिंदवाड़ा सिवनी मंडला बालाघाट, पांढुर्णा, हरदा, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर और छतरपुर जिलों में भी बारिश के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। 16 मई तक ऐसा ही बना रहेगा मौसम का मिजाज एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, वेस्टर्न डिस्टरबेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के चलते अगले 3 दिन तक दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ नमी आती रहेगी। इसके प्रभाव से 15-16 मई तक मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा। इस दौरान 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती हैं। हालांकि अगले हफ्ते से सिस्टम के कमजोर होने से फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। तापमान में वृद्धि के साथ गर्मी का असर तेज हो सकता है। 17 मई से ग्वालियर चंबल संभाग में लू का असर देखने को मिल सकता है। क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश व मध्य राजस्थान में अलग-अलग दो चक्रवाती हवा के घेरे बने हुए हैं। एक द्रोणिका पूर्वी मप्र से केरल तक बनी हुई है।एक द्रोणिका उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र से उत्तरी कर्नाटक तक जा रही है। 5.8 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवाती प्रणाली उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के आसपास बनी हुई है। इसके अलावा हवा का रुख भी अभी दक्षिण-पूर्वी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है , जिसके चलते प्रदेश में 15-16 मई तक कहीं-कहीं वर्षा होने के साथ ही ओलावृष्टि और बिजली गिरने चमकने की स्थिति बनी रहने का अनुमान है। इसके बाद एक नया विक्षोभ 17मई को आने के संकेत है, जिसके असर से फिर मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा।

Related Post