ध्वज दंड कलश प्रतिष्ठा सह प्रथम ध्वजारोहण अष्टानिंहका महोत्सव, श्रीनाथ पंचकल्याणक पूजा में उमड़े श्रद्धालु भक्त।

Neemuch headlines May 10, 2024, 7:09 pm Technology

नीमच। श्री जैन श्वेताम्बर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट, श्री जैन श्वेतांबर महावीर जिनालय ट्रस्ट विकास नगर एवं आचार्य अपूर्व मंगल रत्न सागर सूरि जी मसा के शिष्य रत्न बंधु त्रिपुटी आगम रत्न सागर जी महाराज प्रशम रत्न सागर जी महाराज , वज्ज्र रत्न सागर जी महाराज, साध्वी वर्या शुद्धि प्रसन्ना श्री जी म. सा, प्रवृधि श्री जी म. सा समृद्धि श्री जी मसा प्रफुल्ल प्रभा श्री जी मसा वैराग्य पूर्णा श्री जी मसा आदि ठाना की पावन निश्रा में महावीर जिनालय जीर्णोद्धार के पश्चात ध्वज दंड कलश प्रतिष्ठा सह प्रथम ध्वजा रोहण अष्टानिहका महोत्सव का शंखनाद विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ किया जा रहा है।

श्री जैन श्वेताम्बर भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल नागौरी, महावीर जिनालय विकास नगर ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया, ने बताया कि शनिवार 11 मई को सुबह 8 बजे नवकारसी मिडिल स्कूल ग्राउंड पर होगी जिसके लाभार्थी विमल कुमार गांग परिवार नीमच होंगे गुरु बधावणा के एंकर संजय भाऊ होंगे दोपहर 3 बजे मेहंदी सांझी एंकर पूजा नाहर बड़ोद होगी इसके लाभार्थी विजय बाई प्रकाश चौधरी परिवार नीमच होंगे हाईटी 4 बजे होगी इसके लाभार्थी सुंदर देवी चोपड़ा परिवार होंगे रात्रि 8 बजे पद्मावती गरबा का आयोजन होगा अस्मिता शाह पार्टी अहमदाबाद होंगे साधार्मिक वात्सल्य 11:30 बजे स्कूल मैदान पर आयोजित किया जाएगा धर्म लाभार्थी कल्पना बहन अल्पेश जैन परिवार मकराना होंगे। रविवार 12 मई को मिडिल स्कूल ग्राउंड पर जिसके धर्म लाभार्थी महावीर आशीष सुराणा परिवार होंगे प्रातः 9 बजे पद्मावती पूजन 108 जोड़ों के साथ विधि कारक मनोज हरण होंगे पूजन सामग्री किट के लाभार्थी सागर बाई मूलचंद बेबोरिया परिवार होंगे सांस्कृतिक धार्मिक एवं भक्ति कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा समस्त महिला मंडल अंकित लोढ़ा रायपुर छत्तीसगढ़ भजन गायक कलाकार होंगे जिसके धर्म लाभार्थी डॉ रमेश रोहित दक परिवार नीमच होंगे। साधार्मिक वात्सल्य 11:30 बजे भागेश्वर मंदिर नूतन स्कूल के पीछे नीमच पराजित किया जाएगा इसके धर्म लाभार्थी राकेश कुमार सूरत होंगे।

धर्म सभा में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए व्रजरत्न महाराज साहब ने कहा कि आप तो बुराइयों के शत्रु को पराजित करना ही शत्रुंजय भाव यात्रा है। तीर्थ की महिमा के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। संत्रुजय तीर्थ के दर्शन करने से मोक्ष हो जाता है। हमें दूसरों में अच्छाईयां ही देखना चाहिए बुराई नहीं। इसे पाप कर्म बढ़ते हैं इसीलिए अच्छाइयों की तरफ ही ध्यान लगाना चाहिए ताकि हमारे पुण्य कर्म बढ़ते रहे और हम सुख शांति के साथ जीवन यापन कर सके। पालीताणा तीर्थ में संत को एक मुपती वेराना करोड़ों लोगों को भोजन करने के दान के बराबर होता है। हम जब भी कहीं भी यात्रा के लिए निकले तो अपने साथ साधु संतों के लिए आहार और गर्म पानी अवश्य साथ रखें जब भी मार्ग में साधु संत मिले तो उन्हें नमन कर आहार वैराना चाहिए। पहले 500 आचार्यों द्वारा वल्लभीपुर में 45 आगम की रचना की गई थी। नालंदा विश्वविद्यालय में मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा आग लगा दी गई थी यह आग 12 वर्षों तक जलती रही। साधु संत धर्म आगम को कंठस्थ याद रखते थे प्राचीन काल में जैन समाज के 84 आगम ग्रंथ थे जो विस्मृत होते-होते 45 रह गए। हम बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान कर डॉक्टर बनाना चाहते हैं लेकिन धर्म संस्कार भी साथ-साथ देना चाहिए। संस्कार के अभाव में डायमंड कंपनी के मालिक करोड़ों रुपए के मालिक होने के बाद भी सड़कों पर भटकना पड़ा। नई पीढ़ी को हमने धर्म संस्कार नहीं प्रदान किया तो करोड़ों रुपए के मंदिर और उपाश्ररे बनाने का कोई सार नहीं रहेगा। श्री कृष्ण ने 18 हजार बार गुरु वंदन किया था। पालीताना तीर्थदर्शन से पाप कर्मों का क्षय होता है। तीर्थ त्याग की भूमि होती है इसे भोग की भूमि नहीं बनना चाहिए। पालीताणा तीर्थ में तपस्या करने से पाप धुल सकते हैं लेकिन यदि पालीताणा तीर्थ में त्याग के बजाय पाप किया तो वह कहीं नहीं धुल सकते हैं इसलिए सदैव तीर्थ में पुण्य कर्मों का ध्यान रखना चाहिए पाप कर्मों से बचना चाहिए। कैंसर से पीड़ित रोगी के मन में यदि दीक्षा के भाव आ जाए तो रोग भी मिट जाता है। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश शासन के पूर्व लघु उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा नीमच विधानसभा विधायक दिलीप सिंह परिहार भी अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और साधु संतों से आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर पर धार्मिक चढावे की बोलियां लगाई गई जिसमें समाज जनों ने उत्साह के साथ सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु वंदना से हुआ। इस अवसर पर भजन गायक कलाकारों ने आपके चरणों में सर झुकाते हैं गुरुवर आपकी छाती पर महावीर नजर आते हैं... मेरे सर पर गुरुवर तेरा हाथ चाहिए.. ऐसा जादू किया दुनिया में मेरे तुमने गुरुवर हम तो तुम्हारे दीवाने हो गए.... त्रिशला नंदन वीर आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी तो श्रद्धालु भक्तों ने कर्तल ध्वनि से स्वागत किया। सभा का संचालन भीडभंजन पार्श्वनाथ मंदिर मंडल ट्रस्ट के सचिव मनीष कोठारी और महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया ने किया।

10 मई शुक्रवार सुबह 8 बजे से 9 तक मिडिल स्कूल ग्राउंड पर नवकारसी के धर्म लाभार्थी जमनालाल नपावलिया परिवार थे। प्रातः 9 बजे शत्रुंजय भाव यात्रा संगीतकार महेंद्र जैन एंड पार्टी मुंबई थे। दोपहर 2 बजे आदिनाथ पंचकल्याणक पूजा विकास नगर पर आयोजित की गई विधि कारक गौरव जैन नागदा थे। भक्ति संध्या महेंद्र जैन मुंबई शुभम नाकोड़ा, हितेश नागोरी भजन गायक कलाकार थे। भक्ति संध्या के लाभार्थी हिम्मतमल रुंगरेचा परिवार थे। साधार्मिक वात्सल्य 11:30 बजे मिडिल स्कूल ग्राउंड पर आयोजित किया जिसके धर्म लाभार्थी डॉक्टर रिद्धि वर्धन, डॉक्टर सिद्धि वर्धन चौरडिया परिवार थे

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