भोपाल। पहले पार्टी टिकट देती थी जीतने वाले उम्मीदवार को। लेकिन राजनीति के बदलते रुख़ के बाद अब लगने लगा है कि राजनीतिक दलों को ‘टिकने वाले’ उम्मीदवार तलाशने होंगे। ऐसे लोग जो आख़िरी समय पर नाम वापस न ले लें। अपने विरोधी दल में शामिल न हो जाएँ या उनकी उम्मीदवारी निरस्त न हो जाए। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नाम वापसी के बाद पार्टी को बड़ा झटका लगा है। वहीं अब उनके अपने नेता कांग्रेस पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप भी लगा रहे हैं। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने से पार्टी को बड़ा झटका बीजेपी और कांग्रेस तो एक दूसरे पर इलज़ाम लगाते रहते हैं। लेकिन कई बार ख़ुद अपने ही नेता अपनी ही पार्टी पर आरोप जड़ते भी नज़र आते हैं। बीजेपी की बात करें तो अक्सर वहाँ उनके निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की शिकायत रहती है कि दलबदल कर आए नेताओं को ज़्यादा तवज्जो मिल रही है। वहीं कांग्रेस में पैसे लेकर टिकट देने की शिकायत काफ़ी पुरानी है। कई बार अलग अलग चुनावों में इस तरह के आरोप ख़ुद उनके ही नेता-कार्यकर्ता लगाते रहे हैं। अब इंदौर की घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जहां इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव फ़ोन पर काफ़ी नाराज़गी भरे लहज़े में किसी से बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कांग्रेस पैसे वालों को ही टिकट देती है।