सिंगोली। सिंगोली तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतो जाट अंम्बा और पलासिया में केंद्र और राज्य सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन वाला नारा पंचायत कर्मियों द्वारा सार्थक होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है जहां पर वित्तीय वर्ष 2020-21 2022-23 मे केंद्र एवं राज्य शासन से विकास कार्यों के लिए प्राप्त होने वाली राशियों मैं बड़े भ्रष्टाचार की बू आती हुई दिखाई दे रही है।
जहां पर पदस्थ रहे तत्कालीन सचिवों द्वारा विकास और अन्य कार्यों में खर्च की गई राशि के आय-व्यय का रिकॉर्ड ही ग्राम पंचायतो से गायब कर दिया गया है। जिसकी वजह से वर्तमान में पदस्थ सचिवो को विकास और अन्य प्रशासकीय कार्य करने मैं काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ग्राम पंचायतो में रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं होने और तत्कालीन सचिवों से रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के लिए बार-बार कहने के बावजूद उन्हें अब तक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करवाया गया अपने अधीनस्थ ग्राम पंचायतो में रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं होने को लेकर ग्राम पंचायत जाट के वर्तमान सचिव कालूराम धाकड़ ने जावद जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 26/10/23 को पत्र के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2022-23 की रोकड़ बही, वाउचर फाइल, लेजर, ग्राम सभा प्रस्ताव पजी, नल जल योजना फाइल ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराने का निवेदन किया था।
किंतु उन्हें आज दिनांक तक ना तो तत्कालीन सचिव घनश्याम धाकड़ और ना ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद जावद द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध करवाया गया है इसी तरह आदिवासी अंचल की ग्राम पंचायत अंम्बा में भी वित्तीय वर्ष 2020-21, 2022-23, का रिकॉर्ड तत्कालीन सचिव जगन्नाथ राव द्वारा वर्तमान सचिव जगदीश धाकड़ को चार्ज में नहीं दिया गया और चालू वित्तीय वर्ष 2023 24 का रिकॉर्ड उपलब्ध कराया गया वर्तमान सचिव के बार-बार रिकॉर्ड मांगने पर तत्कालीन सचिव द्वारा ऑडिट पर पड़ा होने का बहाना बनाया जा रहा है। वर्तमान सचिव जगदीश धाकड़ ने भी 16 फरवरी 2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद जावद को ग्राम पंचायत अंम्बा को रिकार्ड उपलब्ध कराने को लेकर पत्र लिखकर निवेदन किया है किंतु उन्हें भी आज तक ना तो तत्कालीन सचिव द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध कराया गया और ना ही जनपद जावद के जिम्मेदारों ने ग्राम पंचायत को रिकॉर्ड उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी समझी इसी तरह ग्राम पंचायत पलासिया मैं भी वर्तमान सचिव को तत्कालीन सचिव द्वारा चार्ज में रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने का मामला प्रकाश में आया है जहां पर तीनों ही ग्राम पंचायतो में शासन की बड़ी राशि के हेरफेर की आशंका जताई जा रही है।
बावजूद जनपद जावद के जिम्मेदारों द्वारा ग्राम पंचायतो को आय,व्यय का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने और उन पर कार्रवाई के बजाय मूल पंचायत के अलावा अतिरिक्त पंचायतो का प्रभार दिया जाकर दरियादिली दिखाई जा रही है जो उच्च अधिकारियों को भी शंका के घेरे में डाल रहा है। इस संबंध में ग्राम पंचायत के रिकॉर्ड का ऑडिट करने वाली माधुरी मैडम से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत जाट का रिकॉर्ड ऑडिट कर जनपद को उपलब्ध कराने का पत्र प्राप्त हुआ था जिस पर ग्राम पंचायत के तत्कालीन सचिव घनश्याम धाकड़ को आडिट के पश्चात रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जा चुका है ग्राम पंचायत अंम्बा के रिकॉर्ड का भी ऑडिट पूर्ण हो चुका है और तत्कालीन सचिव जगन्नाथ राव को रिकॉर्ड ले जाने के लिए कहा है।
वही ग्राम पंचायत पलासिया के रिकॉर्ड कि मुझे सही से जानकारी नहीं है कि वह ऑडिट के लिए आया है या नहीं मैं देख कर ही बता पाऊंगी
क्या कहते हैं जिम्मेदार :-
मेरे द्वारा चार्ज लेने के दौरान तत्कालीन सचिव से रिकॉर्ड की मांग की गई लेकिन उनके द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया गया जिस पर मैंने जनपद जावद को पत्र के माध्यम से ओर मोखीक रुप से अवगत करा चुका हूं लेकिन रिकार्ड उपलब्ध नहीं हुआ।
--कालूराम धाकड़ सचिव ग्राम पंचायत जाट
इस संबंध में जब ग्राम पंचायत जाट के तत्कालीन सचिव घनश्याम धाकड़ को दो बार कॉल किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
तत्कालीन सचिव को ग्राम पंचायत को रिकार्ड उपलब्ध कराने के लिए बार-बार कह कर थक चुका हूं लेकिन वे नहीं सुन रहे हैं मैंने जनपद को पत्र के माध्यम से रिकॉर्ड उपलब्ध कराने का निवेदन किया है।
-जगदीशचंद्र धाकड़ सचिव ग्राम पंचायत अंम्बा
वित्तीय वर्ष 2020-21 2022-23 का रिकॉर्ड ऑडिट कराने के लिए भेज रखा है जैसे ही ऑडिट होगा वर्तमान सचिव को रिकार्ड उपलब्ध करा दूंगा।
-जगन्नाथ राव तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत अंम्बा।