मनासा। गांव गोगलिया खेड़ी निवासी पंडित पवन शर्मा, अपनी दोनों बालिकाओ के साथ मनासा में कारगिल चौराहे पर, शिक्षा के अधिकार का स्लोगन बोर्ड हाथ में लेकर खड़े हे। और वे मांग कर रहे हे की मेरी बच्चियों को सीएम राइज स्कूल मनासा में पढ़ना है।
उनके द्वारा जब दोनों बच्चियों को सीएम राइज स्कुल में एडमिशन दिलवाने ले जाया गया तो स्कुल के प्राचार्य एवं वहां के स्टाफ ने उन्हें बेइज्जत करके बाहर निकाल दिया, और बच्चियों के एडमिशन के लिए मना कर दिया। ऐसे में उक्त घटना से आहत होकर श्री शर्मा अपनी दोनों बच्चियो के साथ मनासा के कारगिल चौराहे पर तेज़ धुप में खड़े हो गए और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से मांग करते है कि आपके राज्य में लाडली बहना योजना की धज्जिया उड़ रही हे। आपकि लाडली भांजियों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा हे। ऐसे में वे निवेदन करते है की ऐसे लापरवाह अधिकारियो पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए एवं मेरी बालिकाओ का सी एम् राइज मनासा में एडमिशन होना चाहिए। हलाकि पिता जैसे ही अपनी पुत्रियों के साथ कारगिल चौराहे पर खड़े हुए तुरंत शहर के जागरूक पत्रकार एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मोके पर पहुँचे। और प्रशासन ने जागरूकता दिखाते हुए तुरंत बच्चियो का एडमिशन भी करवा दिया।
वही अब सोचने वाली बात है की आखिर कितने परिवार इस तरह सड़को पर आकर न्याय मांगेंगे तभी उन लोगो को न्याय मिलेगा। इनका कहना :- हमारे द्वारा किसी को भी एडमिशन लेने के लिए मना नहीं किया जाता है। हमने केवल उन्हें यह कहा कि आपकी बारी का इंतजार करो आपसे पहले 15 -20 लोग खड़े है। बस इसी बात से नाराज होकर वे यहां से चले गए। हम एडमिशन करने के लिए ही बैठे हैं यह हमारा कर्तव्य है। बी एल बसेर- प्राचार्य सीएम राइज स्कुल मनासा मामले की जानकारी हमें मिली हम लोग मौके पर पहुंचे। पीड़ित की एक बच्ची का पहले से ही सीएम राइज स्कूल में एडमिशन था दूसरी के लिए वह स्कूल गए थे परंतु अपनी बारी का इंतजार किए बिना वे वहां से आ गए थे। फिर भी प्रशासनिक स्तर पर हम लोग जांच कर रहे हैं फिलहाल पिता को संतुष्ट कर दोनों बच्चों के एडमिशन हो चुके हैं।
अगर इस मामले में कोई दोषी निकलता है तो कार्रवाई की जाएगी। पवन बारिया-एसडीएम मनासा