नीमच। भारतीय संस्कृति धार्मिक स्थलों और गौरवमयी इतिहास धरोहर माने जाने वाले चीताखेड़ा नगर की पवित्र धरा जहां विश्व के मानचित्र पर देवनारायण भगवान के मंदिर को लेकर अंकित हैं इसी चीता खेड़ा पंचायत क्षेत्र में पौराणिक महत्व, अभूतपूर्व इतिहास और चमत्कारिक दर्शनों को लेकर एक विशेष स्थान रखता है।
माताजी का खेड़ा 430 वर्ष पुराना अतिप्राचीन जीवनदायिनी आरोग्य देवी आवरी माता जी का अलौकिक दरबार जिनकी लीला न केवल चमत्कारिक बल्कि अपरम्पार भी हैं। सैकड़ों साल पूर्व से ही प्राकट्य के बाद से ही माता जी का आर्शीर्वाद और चमत्कार देखने लायक रहा है। लोगों का हर कष्ट हरने वाली आवरी माता जी के मंदिर में ना केवल रोगों से मुक्ति मिलती हैं बल्कि इतना ही नहीं निसंतान दंपति व परिवार पर भी माता का आशिर्वाद बरसता है और संतान की प्राप्ति होती हैं। बताया जाता है कि मन्नत पूरी होने पर भक्त यहां माता के दरबार में खीर पूरी हलवे, चुरमा बांटी की प्रसादी का भोग लगाकर धन्यवाद भी ज्ञापित करते हैं। तथा जिवीत मूर्गे, बकरे चढ़ाने की परंपरा को मंदिर समिति ने प्रतिबंध लगा कर चांदी के मूर्गे, बकरे चढ़ाने के नियम बनाए है जिससे मंदिर में गंदगी भी नहीं होती है। आवरी माता जी का अलौकिक दरबार रंग-बिरंगे विद्युत बल्पों और आकर्षक रंग से रंग रोगन से दमक रहा है।
जिसे देख हर कोई आकर्षित हो रहा है उपरोक्त जानकारी आवरी माता मेला समिति अध्यक्ष दशरथ माली ने प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए बताया है कि हर वर्ष चैत्र नवरात्री में नौ दिवसीय नवरात्रि में उमड़ता है श्रद्धा का सैलाब - वैसे तो आंवरीमाताजी के दरबार में भक्त अपनी मनोकामना को लेकर पहुंचते ही हैं, लेकिन नवरात्रि में यहां का महत्व और अधिक बढ़ जाता है चैत्र नवरात्रि में माता के दरबार में न केवल विविध आयोजन होते हैं बल्कि भक्तों का सैलाब भी जमकर उमड़ता है। नीमच, मंदसौर से लेकर मालवा अंचल और सीमावर्ती राज्यों से लेकर दूरदराज तक के लोग यहां पहुंचते हैं। चैत्र नवरात्रि में मेला समिति के तत्वावधान में लगने वाला नौ दिवसीय विशाल मेला आकर्षण का केंद्र रहता है। मेले में कल रविवार को होगें प्लाट वितरण - आवरी माता मेले में लगने वाली मनिहारी, होटले, छोटे -बडे झूला, चकरी, चाट-छोला, कचोरी, मैलार्थीयो के मनोरंजन हेतु झुले, चकरी, नाव, मिकी माउस, रेल, आक्टोपस सहित बच्चों के मनोरंजन के लिए आदि आ गए हैं। झुलें चकरी रेंट मालिक तैयार करने में लगे हुए हैं। तथा अन्य लगाई जाने वाली दुकानों के प्लाट दुकानदारों को कल दिनांक 7 अप्रैल 2024 रविवार को प्रातः 9 बजे से वितरण किए जाएंगे।