चीताखेड़ा । नर सेवा नारायण सेवा एवं पक्षी दाना समिति चीताखेड़ा का भागीरथी प्रयास एवं पावन प्रेरणा से आरोग्य देवी महामाया आवरी माता जी मन्दिर परिसर में अनुमानित 10 लाख रुपए की लागत से 72 फीट ऊंचा 8 मंजिला पक्षी रात्रि विश्राम टावर निर्माण कार्य हेतु संतों के कर कमलों से बुधवार को विधि विधान पूर्वक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भव्य भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह सम्पन्न हुआ। इस टावर पर डेढ़ हजार घर बनेंगे जिसमें 3 हजार पक्षी रात्रि विश्राम कर सकेंगे। नर सेवा नारायण सेवा एवं पक्षी दाना सेवा समिति के बड़ी संख्या में उपस्थित वरिष्ठ सभी सदस्यों, जीव दया प्रेमियों एवं दानदाताओं की विशेष मौजूदगी में शुभ मुहूर्त में बुधवार को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संत भागवताचार्य पंडित हरिओम पाराशर, संत भागवताचार्य पंडित निरंजन शर्मा, संत भागवताचार्य पंडित घनश्याम शर्मा, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, पंडित शिवशंकर शर्मा, पंडित रामचन्द्र शर्मा के कर कमलों द्वारा पूनित कार्य सम्पन्न हुआ। नर सेवा नारायण सेवा एवं पक्षी दाना सेवा समिति चीताखेड़ा के सदस्यों के द्वारा विगत तीन वर्षों से भागीरथी प्रयास किया जा रहा था । नर सेवा नारायण सेवा एवं पक्षी दाना सेवा समिति के जीवदया की ओर सराहनीय बढ़ते कदम से प्रेरित होकर जीव प्रेमियों एवं दानदाताओं के सहयोग से यह दुसरा पक्षियों के निवास के लिए पक्षी रात्रि विश्राम टावर निर्माण कार्य बुधवार से शुरू किया जा रहा है। इस अवसर पर भागवताचार्य पंडित हरिओम पाराशर ने उपस्थित ग्रामीणों को अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इंसान के दुःख दर्द में सेवा कर देने से भगवान की सेवा करने जैसा पुण्य लाभ अर्जित होता है। नर सेवा से नारायण सेवा की प्राप्ति हो जाती है। जीवन में दिव्य लोक सुधारने के लिए मूक जीवों की सेवा करनी चाहिए। नदी में फूटी नाव मैं भरा पानी और घर में पड़ा धन को दोनों हाथों से उलेचते रहना चाहिए। भागवताचार्य पंडित घनश्याम शर्मा ने कहा कि परब्रह्म परमात्मा हाथ और पांव भी नहीं होते हुए सभी कार्य पूर्ण करवा लेते हैं। प्रत्येक सनातनी व्यक्तियों को घर में शास्त्र और शस्त्र रखना चाहिए और अपने ललाट पर बिना तिलक घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। पक्षी निवास टावर निर्माण कार्य के प्रेरणा स्रोत मथुरा लाल पाटीदार ने कहा है कि पैसों से अरब देश बसा, भावना से यूरोप और संकल्प से भारत देश बसा है। भागवताचार्य पंडित निरंजन शर्मा ने कहा कि अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बेसहारा जीवों की रक्षा करने से 21 पीढ़ी को मोक्ष प्राप्ति हो जाता है। धरती पर जीव दया से बड़ी कोई सेवा नहीं हो सकती। लक्ष्मी नारायण पाटीदार, पंडित शिवशंकर शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। पक्षी निवास टावर निर्माण कार्य में आर्थिक सहयोग देने वाले दानवीरों का नर सेवा नारायण सेवा, पक्षी दाना एवं आवरी माता जी मन्दिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा आमंत्रित अतिथियों का शाल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। पक्षी निवास टावर निर्माण कार्य में राधेश्याम चौधरी हरनावदा द्वारा 55 हजार रुपए, बद्रीलाल पाटीदार कराड़िया महाराज द्वारा 51 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग देने पर समिति के पदाधिकारियों ने फूल-मालाओं से आत्मिय सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन भगवान सिंह राणावत और अंत में कमलेश भदैरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।