हर उम्र में महिलाओं को कई तरह हार्मोनल बदलाब का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सही डाइट का होना बहुत महत्वपूर्ण है जो हारमोंस को बैलेंस करने में मदद करती है। साथ डाइट और भोजन की मदद से महिलाएं कई तरह की समस्या से राहत पा सकती हैं।
ऐसे में मुलेठी भी सेहत के लिए बहुत लाभकारी मानी जाती है यह ऐसी जड़ी बूटी हैं जो महिअलों को कई तरह की बिमारियों से बचा सकती है। मुलेठी की चाय की मदद से हार्मोनल बैलेंस के साथ कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
चलिए जानते हैं इसके फायदे के बारे में.....
1. दर्द से राहत मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पीरियड्स के कारण होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द की समस्या होती है वह मुलेठी की चाय से दर्द से राहत पा सकती हैं।
2. स्ट्रेस होता है कम: कई महिलाओं को पीएमएस के कारण या पीरियड्स के समय स्ट्रेस और एंग्जायटी होती है। ऐसे में मुलेठी की चाय स्ट्रेस रिलीफ करने में मदद करती है। स्ट्रेस कम होने से हार्मोन बैलेंस रहते हैं। साथ ही यह मूड स्विंग और अनिद्रा की समस्या से भी राहत देती है।
3. हार्मोनल बैलेंस के लिए इसकी चाय की मदद से आप आसानी से हारमोंस को बैलेंस कर सकते हैं। मुलेठी कोर्टिसोल और एल्डोस्टेरोन जैसे हार्मोन प्रोडक्शन को नियमित करने में मदद करती है जो हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित करता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से हार्मोन बैलेंस रहते हैं।
4. बेहतर इम्युनिटी : इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए मुलेठी बहुत लाभकारी है। इसमें ऐसे एंजाइम होते हैं जो शरीर को बैक्टीरिया, फंगस और एलर्जी से बचाते हैं और आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
5. बेहतर पाचन: अगर आपको पाचन की समस्या होती है तो आप इसकी चाय का सेवन कर सकते हैं। यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाती है जिससे आप आसानी से खाने को डाइजेस्ट कर सकते हैं। साथ ही एसिडिटी और गैस जैसी समस्या से भी आपको राहत मिलती है। कैसे बनाएं मुलेठी की चाय? मुलेठी की चाय बनाने के लिए आपको 1 छोटी मुलेठी की स्टिक या 3 ग्राम मुलेठी का पाउडर चाहिए। इसके साथ ही मिठास के लिए आप 5 ग्राम मिश्री भी ले सकते हैं।
• एक पैन में1-2 कप पानी लेकर उसमें मुलेठी और मिश्री डालें। फिर इसे 10 मिनट के लिए उबालें। इसे छानकर खाली पेट या खाने के 30 मिनट बाद आप पी सकते हैं।