भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा क्षेत्र में आता है जहागिनी जान देवीसित और मंदिर है। मंदिर पहाड़ी के ऊपर है। एकल बना हुआ है, पुलिस और सरकारी अमला तैनात है। कोर हकप्टर हुए पहुंचा। इससे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ रे उन्होंने अपने से उतारे और हाथ जोड़कर वहीं से बीजासन देवी को प्रणाम उनकी 'कुल देवी का मंदिर है। आज का दिन चौहान के लिए बुधनी में अपना करने रहे हैं। उनकी जन्मभूमि भी है और कर्मभूमि रेहटी ह श्री है। परिवारसहित होकर यो बुधनी के लिए निकल पड़ेग स्वागत है और साथ ही लोगों का गुम भी है। 2003 के सिहासन पर विराजमान हुए। इस दौरान वर्ष 2018 में उन्हें हासिल नहीं हुआ और के मनाने कमान संभाली लेकिन दो सालों के बाद पानी 2020 में वो फिर से गए। बुधनी उनका क्षेत्र से उन्होंने माजी था वो विदिशा स बाबा सांसद भी रहे लेकिन 2003 से वो फिर नी नगरवधानसभा कार बुधनी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का प्रचार अपने पूरे पहै। इस बार रोचक लेकिन इस बार का चुनाव रोचक है, क्योंकि इस मार भारतीय जनता पार्टीको मुख्यमंत्री पद का नहीं है। प्रदेश के कार्यकमंत्री है। में जब उनके इंटरव्यू के लिए मुझे लगा तो के आठ चुके स्वागत कर रहे लोगों की मौत के बीच जाना और उन्हें ने चेहरे पर कोई नहीं रही थी। एक बजे तक इंदौर पहुंचीं होली है। गाई तो मुझे श्रीपाल में अमित शाह संवाददाता सम्मलेन की उन्हों प्रदेशक होगा मरेगा। पानी उन्होंने दिया था कि राजसिंह चौहान के आगे इसका विधानसभावा लड़ रही है उनकी पार्टी यही सवाल राज किया ह कहा "लिए हम एक और भारत निर्माणका का एक होने के नाते हम हमारी करती है। इसलिए कौन कहाँ गएको सका कभी नहीं रहती है। हमारे मन में भी नहीं है। केवल एक ही बात हम सोचते है हमसे और बेहतर स से काम करें। उनकी बात पूरी भी नहीं हो पाई थी कि रथ के ब्रेक लग गए और लोग का एक बड़ा उनके लिए मेरी और मुखातिब होते हुए उन्होंने देख आ गई है। मुझे थोड़ा ल के बीच जाना पड़ेगा।" थोड़ी देर के लिए रथ से उतर कर ले गए, लेकिन मेरे दिमाग में ये सवाल बारात रहा कि मध्य प्रदेश में शणसिंह के नेता को भारतीय जनता पार्टी किनारे कर रही है7 शिवराज की लोकप्रियता बनाम ही बना योजना भारतीय जनता पार्टी समय-समय नेतृत्व कार्तिन करती ह इसके लिए से तैयार रहना चाहिए। दशकों में मध्यप्रदेश की राजनीति पर नजर रखने "इसमें कोई नहीं है अपनी नहीं है कि जनता पार्टी का कैडर भी काम करा है। कहते हैं एक मरा કાપી કાયા હૈ કી મંડી વેકરા ના ફાવ बावजूद भारतीय जनता पार्टी में लिया और शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बना तो का आया भी पार्टी ऐसा ही निर्णय लेती है जो ऐसा ही होगा हमारा देवेंद मस्त बहर और उत्तरापुरसिंह धाक उदाहरण भी दिया। जानकर भी मानते हैं कि सिंह की कविता उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं की से है। खासतौर पर महिलाओं के लिए।
ते केंद्रित करते हुए कई योजनाएं शुरू की जैलाली लक्ष्मी और लाइन बनाना कहते हैं कि इस योजनाओं ने स्तर पर મન અસર પ્રાપ્ત થયા છે કોર | સાન નિ चौहान की महिलाओं के बीच और भी बढ़ी है। लक्ष्मी योजना रहने से रही थी। जेसि पहले लागू किया गया, जिस परशाना साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के 1815 की छोड़ दें तो प्रदेश में भाजपा की ही सरकार चली आ रही है। लाली बहनों की बाद उन्हें नाव के समय ही क्यों आई?" प समीक्षा अभी नहीं है। की गुस्तिगी में हमारी मुलाकात की थी से हुई। जाती है। जिस घर में अभी को यह मकान है। पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "सब सुनियादी मा परमान दिया हैहने के लिए नहीं तो मा व्यवस्था ही नहीं थी कि माडली दिया और उसे ािई कर बहुत सहारा मिला। कधी कुछ हमारे लिए" बातें दूर खड़ी हो रही "सिंह चौहान हमसे भाई है, हमारे मामा है।" तक इसमें काम करते रहने की बजह से राजसिंह चौहान के भीत सलीम भी इसी इलाके में से कहते हैं, सबों के है। लेकिन हमारे हमारे हमारे वालिद साह दोस्त है।" संहारूकीयाओं को लेकर बहुत गंभीर है और भी करते हैं। अपनी सेवाए दावा किन एक्योंकि इन महिलाओं के जीवन में बड़ा परिवर्तन आया है। बताते हैं सम्मान है। उनके जीवन बदलने का एक अभियानी ये भी है कि बहनों को ला किसने हमारे लिए कुछ किया है। बहनें एकजूट होकर आप देख रहे हैं. साथ ही पैसे भी दे नाव लड़ने के लिए के लिए भी है। ऐसे पहले कभी नहीं निकली थीं। 'पांच-पांच वाले भैया' का नाम कैसे पढ़ा शिवराज सिंह अपने और अपने दोस्तों की बातें भी करते हैं। उन्हें और उनके भी उनके एकहोरो उस दौर को याद करते है जो एक साम किया करते थे। खाना भी करते थे। उनके हुई में जुटे उन्होंने जीने से ही है। यह भी किए। धनी विधानसभा पूरा स दीनदयालाएँ शुरू के विधानसभा में जो 90 प्रतिशत लोगों को तो वो व्यक्तिगत रूप से जानते हैं।" शिवराज सिंह बताते है कि बुधनी और सीहोर कभी कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करता था। राजनीति के अपने शुरुआती दिनों में उन्हें भी और फिर उसके विस्तार के लिए काफी मेहनत करनी थी। इसी से उनका नाम पाँच पाँव वाले भैया भी गया था। वो कहते हैं, "इसका पहले कभी हुआ करता था। यहाँ दिनों से ही म करना शुरू कर दिया था।
लोगों में जाने का किया पैदल गाँव-गाँव इसलिए मुझे लग कहते हैं.." ऐसा नहीं है कि उन्होंने समाज के किसी एक वर्ग के लिए किया बुधनी के रहने वाले हर वर्ग के लोगों के बीच शिवराज सिंह चौहान एक अलग स्थान रखते हैं। राजको के दौरान वो मंत्री का स्वागत बड़े जोश से कर रहे थे। हमने बोले हमको मामा और हम उनको दिल के अलावा वोट विन्सी और को नहीं देते हैं। मामा के किसी को नहीं माही बैठे मंत्री की कुर्ती भैया से लेकर के उनके सफर के ब क टीवी कलाकार से मुला स्थानीय में भी खास है जो रोटी में सुबह से लगे हुए हैं जारी है। वो रहे है। एक बजे कार्यकर्ता ब एकतरफा है। कीरज सिंह चनामा भरकर प्रदेश के दूसरे इलाकों में प्रचार करने बने जाते है और धनी की कमान कार्यकर्ताओं में रहती है। इस बार कांग्रेस पार्टी सिंचन के फिर पंडित विक्रमों को ही एकमेका शर्मा केही खाने पड़ता है। शिवराज सिंह चौहान के रोज के फौरन बाद विक्रम से उनके पर पहुँचे। मुख्यमंत्री के रोड शो में उमड़े जनता के बारे में पू कहते है,चहानको बार-बार जन आशीर्वाद निकलती रही है। आपको बार-बार रॉइस किलोमीटर पर सा धनी पड़ रही है।" कहते हैं, "पहले ऐसा तो नहीं होता जो अभी [36] [हीनों से हो है। सिंह चौहान कहते थे कि वो प्रचार के लिएपनी आएँगे ही नहीं। मेवा काका विरोधी लहर की मुख्यमंत्री की परेशानी बढ़ गई है और उन्हें सीर पर कड़ी टक्कर दे रही है। सिंहद्वारा महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं को पब्लिगे कहते हैं, आप देखिए हामी से चार महीने पहले पहले क्यों प्रधानमंत्री यहाँ (मध्य प्रदेश आते है वहीं समाएँ ते हैं। उनसभाओं में वीसी का नाम तक नहीं लेते हैं। सीमा नहीं लेते हैं। नांदी जी प्रदेश में दी तो उनके साथ मौजूद कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता संतोष वर्मा है। पैसे के सामने कई नीति है। कि उनमें से सबसे का सामना करना पड़ रहा है जो संगठन में ल रही सिंह चौहान कहते हैं कि हर संगठन ऐसा रहता है। स्वाभाविक रूप से होता रहता है कुछ लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता सिद्धांत और मूल्यों के लिए काम करते हैं। छोटी मोटी घटना मामले सामने आते है ये सम कुछ निजी स्वार्थी की पहोता है। लेकिन बड़े और पर भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े न के लिए काम है। इसलिए ये बहुत लंबी नहीं पार्टीका देखते हुए चुनाव चौहान के लिए खास है। ऐसा इसलिए क्योंकि नेतृत्व परिवर्तन की आदतों के बीच भी प्रदेश में पार्टी के एकमात्र ली है। पानी ऐसे जिनकी पूरे राज्य में आम लोगों के बीच है। इसलिए के परिणामों पर उनका राजनीतिक भी निर्भर करता है।