मनासा। पूर्व मंत्री कैलाश जी चावला यह कैसा विरोध। एक तरफ पार्टी के नाम से कार्यकर्ता सम्मेलन कर कार्यकर्ताओ को टिकिट बदलने का ढोंग रच रहे हो दूसरी तरफ स्वयं कांग्रेस प्रत्याशी के साथ बैठक ओर भोजन कर रहे हो। जिस पार्टी ने इतना दिया मंत्री बनाया जिस मनासा से खूब प्यार लुटाया उसी से गद्दारी कर आप क्या सिद्ध करना चाहते है।
अति उत्साह में आप ओर आपके नेताओं के मुंह से यह भी निकल गया कि अगर पार्टी उम्मीदवार नहीं बदलता है तो जहा पहले भी इतनी बार भाजपा मनासा में चुनाव हारी वहा एक बार और हरवा देंगे क्या फर्क पड़ता है..? आश्चर्य तो तब हुआ कि यह भाजपा के सभी बड़े नेता कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार नरेंद्र नाहटा से विशेष मीटिंग करने भी पहुंच गए। यहां तक की उनके साथ स्नेहभोज के फ़ोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। एक तरफ तो चावला जी कहते हैं कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना दूसरी ओर सत्ता की भूख इस कदर हावी हो गई की बेचारे यह भूल गए कि वह किस पार्टी से हैं। कहते हैं कि "अपने घर के डण्डे से अपनी ही आँख फूटाना" यहाँ माधव मारू का लगातार पार्टी में बढ़ता कद देखकर कांग्रेस तो परेशान है ही लेकिन अब भाजपा की बड़ी बड़ी बाते करने वालो की नींद भी उड़ गई है। क्योंकि मारू के रहते प्रशासन में पुराने चावल कहीं भी अपनी दाल नहीं गला पा रहे हैं। अब ऐसे में क्या यह बात पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं तक पहुंचेगी क्या इस प्रकार भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने वालों के खिलाफ भाजपा क्या एक्शन लेगा...? यह समय बताएगा फिलहाल इस मामले में जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार ने यह बताया है कि पूरे मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की गई है आगे जो भी आदेश होगा उनके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।