चीताखेड़ा । केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलकर विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन करने का प्रस्ताव गांधीजी की विरासत का अपमान और ग्रामीणों के अधिकारों पर हमला है। जिसके विरोध को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा कल दिवस 22 दिसंबर को दोपहर नीमच के फोर जीरो चौराहे पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा उक्त बातें नवनियुक्त जीरन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राणावत ने नियुक्ति के बाद पहली बार चीताखेड़ा नगर आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आयोजित आवश्यक बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं से कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इस कानून को कमजोर करके देश के करोड़ों किसानों श्रमिकों और भूमिहीन ग्रामीण वर्ग के गरीबों के हितों पर हमला किया है। महात्मा गांधी का नाम हटाया गया, बल्कि मनरेगा का रूप-स्वरूप बिना विचार विमर्श और विपक्ष को विश्वास में लिए मनमाने ढंग से बदल दिया है। मनरेगा योजना खासतौर पर वंचित, शोषित, गरीब और अति गरीब लोगों के लिए रोजी-रोटी का जरिया बना हुआ था। श्री राणावत ने कहा कि मनरेगा योजना करोड़ ग्रामीण गरीबों, मजदूरों और किसानों की जीवन रेखा है। यह योजना रोजगार का कानूनी अधिकार देने के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती हैं और महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने से जुड़ी हैं। श्री राणावत के जीरन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार चीताखेड़ा में पहुंचने पर सभी ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। श्री राणावत ने अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर मंडी पूर्व सदस्य राजेंद्र सिंह तोमर, मंडलम अध्यक्ष राजेश जैन, सेक्टर प्रमुख युगल किशोर टेलर, अकबर खान पठान, उप सरपंच विकास प्रजापत, सुनील सोलंकी, धनेश मांगरिया, पिंटू जैन सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्य रूप से मौजूद थे।