कार्यकर्ताओ की भावना हाईकमान तक पहुंचाई जाएगी और सबकी भावना का सम्मान होगा- प्रभारी नुरीखान, विरोध बैठक के बाद राजकुमार अहीर सत्यनारायण पाटीदार ओर बालकिशन धाकड को कमलनाथ ने बुलाय भोपाल
सिंगोली। जावद विधानसभा क्षैत्र वैसे भी हर बार चुनाव के समय पुरे प्रदेश मे चर्चित सीट रहती आई है। क्योंकि यहां कभी भाजपा के बागी ने तो कभी कांग्रेस के बागी ने इस सीट को हर बार हाॅट सीट बनाए रखा है इस बार के चुनाव मे भी कमोबेश वही स्थिति सामने आ रही परन्तु इस बार फर्क यह दिखाई दे रहा की वर्तमान मे यहां दोनो ही दलो मे बगावत के स्वर तेज है।
और मुकाबला चर्तुकोणीय होता दिखाई दे रहा है। हम आपको बता दे की भाजपा से ओमप्रकाश सकलेचा को पांचवी बार उम्मीदवार बनाया गया तो इनका विरोध करने के लिए भाजपा के ही पूरण अहीर ने बागी होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया वही कांग्रेस मे भी इन्दौर से आए समंदर पटेल को उम्मीदवार बनाकर मैदान मे उतारा है।
जैसे ही समंदर पटेल का नाम तय हुआ पुरे विधानसभा क्षैत्र से कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने विरोध का बिगुल बजा दिया और दिनांक 22 अक्टूंबर को जावद मे कार्यकर्ताओ की एक विशाल बैठक आहुत की जिसमे स्थानीय नेता राजकुमार अहीर सत्यनारायण पाटीदार बालकिशन धाकड सहित नीमच जिले की प्रभारी नुरीखान ने भी भाग लिया कार्यकर्ताओ का सिर्फ ओर सिर्फ एक ही कहना हे की हमे बाहरी प्रत्याशी किसी किमत पर मंजूर नही हाईकमान समय रहते हम कार्यकर्ताओ की बात को समझे और प्रत्याशी बदले अन्यथा जावद सीट कांग्रेस के हाथ से पांचवी बार भी निकल जाएगी स्थानीय नेताओ ने भी कार्यकर्ताओ की भावना का आदर करने बात कह कर कांग्रेस हाईकमान के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
प्रभारी नुरीखान ने भी कार्यकर्ताओ की भावना को समझा और सब की भावना से हाईकमान को अवगत करवाने की बात कही बैठक के दौरान कार्यकर्ताओ मे इतनी नाराजी थी की उन्होने अधिकृत उम्मीदवार समंदर पटेल का पुतला तक फुकां और जबरदस्त नारेबाजी कर बाहरी वापस जाओ के नारे से गगन गुंजायमान किया।
अब देखना यह हे की कांग्रेस हाईकमान इस बात को कितनी गंभीरता से लेता है ओर फैसला बदलता हे या यथावत रखता है सब कुछ उसी पर निर्भर होगा यदी हाईकमान ने अपना फैसला नही बदला तो निश्चित कांग्रेस को भारी नुकसान होना तय दिखाई दे रहा है। इतना ही नही यह सीट पांचवी बार फिर से भाजपा की झोली मे जाना तय है। इधर हम बात करे भाजपा की तो परेशानी इधर भी कम नही है पर कांग्रेस की बगावत से भाजपा मे उर्जा का संचार होगा और चुनाव मे अपना पलडा भारी करने की भाजपा कार्यकर्ता जी जान से प्रयास करेगा।
जावद विधानसभा क्षैत्र वैसे भी भाजपा का गढ़ रहा है इसलिए भाजपा जीत के प्रति पुरी तरह आश्वस्त है। परन्तु सही स्थिति तो आने वाले समय मे धीरे धीरे चुनावी तस्वीर साफ होने पर सामने आएगी फार्म कोन-कोन भरेगा कोन फार्म उठाएगा कोन बागी बन मैदान रहेगा यह सब फार्म उठाने की अंतिम तारीख के बाद ही मालुम पड पाएगा पर कुछ भी कहो जावद सीट एक बार फिर प्रदेश की सबसे हाॅट सीट रहने वाली हे इसमे कोई संशय नही है। 22 अक्टूंबर को जावद मे कांग्रेस कार्यकर्ताओ की विरोध बैठक को लेकर हाईकमान गंभीर राजकुमार अहीर सत्यनारायण पाटीदार ओर बालकिशन धाकड को कमलनाथ ने बुलाया भोपाल।
इनका कहना :-
कांग्रेस मे विरोध जैसी कोई बात नही हम सब कांग्रेस के सच्चे सिपाही हे आपस मे मतभेद हो सकता है पर मनभेद नही है हाईकमान के निर्देशानुसार हम सब मिलकर चुनाव लडेगे और जीत हांसिल करेगे।
-समंदर पटेल, कांग्रेस प्रत्याशी।
भाजपा एक परिवार हे छोटी मोटी राजी नाराजी कार्यकर्ताओ मे हो सकती है हम सब राष्ट्र के उत्थान के लिए समर्पित है और जावद सीट पांचवी बार जीत कर प्रदेश मे भाजपा की सरकार बनाएगे भाजपा का देव दुर्लभ कार्यकर्ता कमर कस कर चुनाव मैदान मे उतर चुका है और इस बार जीत ऐतिहासिक होगी।
-ओमप्रकाश सकलेचा, भाजपा प्रत्याशी