नीमच। धर्मागम स्वाध्याय बिना जीवन का कल्याण नहीं होता है। धर्म ग्रंथो का एक पृष्ठ प्रतिदिन स्वाध्याय के रूप में अध्ययन करना चाहिए। धर्म ग्रंथो के पढ़ने से पाप कर्मों का क्षय होता है और पुण्य का उदय होता है। मूलमुनि जी महाराज समय तथा संयम के सजक प्रहरी थे। यह बात जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय, पूज्य प्रवर्तक, कविरत्न श्री विजयमुनिजी म. सा. ने कहीं। वे श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ के तत्वावधान में गांधी वाटिका के सामने जैन दिवाकर भवन में आयोजित चातुर्मास धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अहिंसा के जियो और जीने दो के सिद्धांत को साहित्य से जोड़ा था। एक बार60 वर्ष पूर्व जोधपुर क्षेत्र में वर्षा कम होने के कारण अकाल पड़ गया था तो उन्होंने क्षेत्र के समस्त कत्ल खाने प्रर्युषण पर्व के 10 दिन तक बंद करवाए और नियमित जाप करवाए परिणाम स्वरूप तब क्षेत्र में अच्छी बरसात हो गई थी।
उन्होंने स्वाभिमान के साथ पंजाब राजस्थान महाराष्ट्र मध्य प्रदेश में परिभ्रमण किया और जियो और जीने दो के सिद्धांत को घर-घर तक पहुंचा था। पाप कर्म के बंधनों को धर्मागम के अध्ययन से तोड़ना चाहिए । श्रीपाल चरित्र और नव पद आराधना के महत्व पर प्रकाश डाला। नवपद ओली तप की आराधना 20 से प्रारंभ 20 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे से नवपद आराधना ओली जी की तपस्या प्रारंभ होगी इसके अंतर्गत आयम्बिल तपस्या उपवास के साथ नवकार महामंत्र भक्तामर पाठ वाचन, शांति जाप एवं तप की आराधना भी होगी। सभी समाजजन उत्साह के साथ भाग लेकर तपस्या के साथ अपने आत्म कल्याण का मार्ग प्राप्त कर रहे हैं। चतुर्विद संघ की उपस्थिति में चतुर्मास काल तपस्या साधना निरंतर प्रवाहित हो रही है। इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक तपस्या पूर्ण होने पर सभी ने सामूहिक अनुमोदना की।
धर्म सभा में उपप्रवर्तक श्री चन्द्रेशमुनिजी म. सा, अभिजीतमुनिजी म. सा. अरिहंतमुनिजी म. सा. ठाणा 4 व अरिहंत आराधिका तपस्विनी श्री विजया श्रीजी म. सा. आदि ठाणा का सानिध्य मिला। चातुर्मासिक मंगल धर्मसभा में श्रीमती शीतल दिनेश बम द्वारकापुरी इंदौर, सहित सैकड़ों समाज जनों ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लिया और संत दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। धर्म सभा का संचालन भंवरलाल देशलहरा ने किया। कसूर चंद जी मसा, व शांतिलाल जी बम की पुण्यतिथि के उपलक्ष में जाप एवं गुणानुवाद प्रवचन 22 को, विजय जी महाराज साहब के पावन सानिध्य में 22 अक्टूबर को सुबह 9 बजे जैन दिवाकर भवन में कस्तूरचंद जी महाराज साहब एवं शांतिलाल जी बम के पावन पुण्यतिथि के पावन उपलक्ष्य में जाप व गुणानुवाद प्रवचन सभा आयोजित होगी।