नीमच। भादवामाता प्रसिद्ध आरोग्य तीर्थ स्थल भादवामाता में शारदेय नवरात्र पर्व उत्साह से मनाया जाएगा। इसकी तैयारी अंतिम समय तक जारी रही। आज सुबह 11 बजे से शुभ मुहूर्त के साथ विधि विधान से घट स्थापना होगी। इसके बाद मां भादवामाता मंदिर पर ध्वजा चढ़ेगी। भादवामाता में नवरात्र के दौरान मेला आज 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक होगा।
नवरात्रि मेले में मुख्य आकर्षण दुर्गा अष्टमी का हवन रहेगा। जिले के भादवामाता मंदिर में वैसे तो पूरे वर्ष दूर दूर से भक्त आते है, लेकिन नवरात्र के दौरान यहां विशेष आस्था उमड़ती है। जिले से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित मालवा की वैष्णो देवी के नाम से प्रसिद्ध भादवामाता के दरबार में अष्टमी के दिन कुछ खास मानता रहती है। इस दिन शाम से पैदल भक्तों की टोली दूर-दराज शहर व गांव से रवाना होकर माता के दर्शन करने पहुंच जाते हैं। पूरी रात दर्शन के लिए दरबार खुला रहता है और हवन पूजन लगातार क्रम जारी रहा। हजारों की तादाद में माता के दर्शन करने के लिए अष्टमी के दिन दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ता है। भक्तों की मान्यता है कि मां के दरबार में आने से उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं, जो भी यहां आस्था लेकर आता है। उसके रोग दूर हो जाते है। वह नवरात्रि में नौ दिन तक यहां रहकर मां की स्तुति करते हैं। जिला व पुलिस प्रशासन भी यहां पूरी मुस्तैदी से तैनात हो गई है। यहां आने वाले भक्ति के रहने ठहरने की व्यवस्थाओं के साथ सुरक्षा पर भी प्रशासन ध्यान दे रहा है। सुबह से ही दर्शन की लंबी कतार भादवामाता के दर्शन के लिए अष्टमी और नवमी के दौरान सुबह से दर्शनों का दौर शुरू होगा जो अगले दिन नवमी तक निरंतर जारी रहेगा।
श्रद्धालु नीमच, मनासा, मंदसौर, रामपुरा, सिंगोली, प्रतापगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों से पैदल पैदल मां के जयकारे लगाते हुए श्रद्धा के साथ मथ्था टेकने का क्रम जारी रहता है। मां के दरबार में आने वाले रास्तों पर कई सामाजिक संगठनों की तरफ से स्वल्पाहार खिचड़ी पेयजल कि स्टाले लगाई जाती है, शहर से गांव तक पूरे रास्ते पर काफी स्टॉल लगती है।