रतलाम। मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की सूची आने के पहले रतलाम शहर से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की पहली पसंद माने जा रहे युवक कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट अब विधायक का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे ।
कांग्रेस के युवा नेता मयंक जाट को हत्या के प्रयास के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय रतलाम द्वारा सजा सुनाई गई थी, उनके द्वारा उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर में याचिका लगाते हुये दोषसिद्धि पर स्थगन माँगा गया था, लेकिन आज हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद उन्हें स्थगन नहीं मिला है । जबकि रतलाम शहर विधानसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी चेतन्य काश्यप को अपना उम्मीदवार पहले ही घोषित कर चुकी है। दरअसल मयंक जाट, रतलाम विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में प्रबल दावेदार थे और जिनका टिकट लगभग तय माना जा रहा था।
इससे पूर्व नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए मयंक जाट ने भाजपा के उम्मीदवार प्रहलाद पटेल को कड़ी टक्कर दी थी। इसके बाद यह माना जा रहा था कि मयंक जाट को विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन इसी बीच जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन मारपीट और जानलेवा हमले के मामले में मयंक जाट को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई थी। जिसे लेकर उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर की गई थी।
दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने दोष सिद्धि पर स्थगन नहीं दिया है। इसके बाद अब कानूनी रूप से मयंक जाट अब कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं बन सकते है। कांग्रेस को मयंक जाट के अलावा शेष बचे कांग्रेस के दावेदारों में से उम्मीदवार का चयन करना होगा।