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जप साधना पाप कर्मों की निर्जरा का माध्यम प्रवर्तक श्री विजयमुनिजी म.

neemuch headlines October 8, 2023, 5:26 pm Technology

नीमच। निस्वार्थ भाव से तपस्या जाप साधना करें तो पाप कर्मों की निर्जरा हो सकती है। निरंतर तीर्थंकरों के जाप करने से रोगों से मुक्ति सिद्धि की प्राप्ति होती है। महापुरुषों के गुणानुवाद करने से नई ऊर्जा की शक्ति मिलती है और पूरे जगत में सुख शांति होती है। यह बात जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय, पूज्य प्रवर्तक, कविरत्न श्री विजयमुनिजी म. सा. ने कही। वे श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ के तत्वावधान में गांधी वाटिका के सामने जैन दिवाकर भवन में आयोजित चातुर्मास धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आनंद ऋषि जी के शिष्य प्रवीण ऋषि जी महाराज का त्याग में जीवन सदैव प्रेरणादाई है। जप और तप में सच्ची श्रद्धा हो तो कठिन से कठिन परिस्थितियों भी दूर होकर सरलता में बदल सकती है। जप तप से मन की शुद्धि होती है और आत्मा पवित्र होती है। चंद्रेश मुनि महाराज साहब ने कहा कि मानव जन्म में संघर्ष बहुत है जो व्यक्ति छल कपट का त्याग करता है वह सरलता से जीवन में सुख प्राप्त कर सकता है। कुछ लोग अज्ञानता के कारण दुखी होते हैं। कर्मों के पाप से बचने के लिए जप तप करना चाहिए तभी कर्मों की निर्जरा होती है और आत्मा का कल्याण होता है। इस अवसर पर 27 भाग्यशाली ड्रा के नंबर खोलकर पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया आगामी 15 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे रमेश मुनि जी महाराज की चतुर्थे पुण्यतिथि के पावन उपलक्ष्य में सामूहिक एकासना व आत्म शांति और आत्म कल्याण के उद्देश्य से जैन दिवाकर भवन में पंच तीर्थ की स्तुति एवं नवग्रह की साधना व जाप होंगे। सभी श्रद्धालु भक्त समय पर उपस्थित होकर धर्म लाभ का पुण्य ग्रहण करे इस अवसर पर नन्हे मुन्ने बच्चों कीर्दोपहर में जैन धार्मिक प्रतियोगिता आयोजित हो रही है।

सभी समाजजन उत्साह के साथ भाग लेकर तपस्या के साथ अपने आत्म कल्याण का मार्ग प्राप्त कर रहे हैं। चतुर्विद संघ की उपस्थिति में चतुर्मास काल तपस्या साधना निरंतर प्रवाहित हो रही है इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक तपस्या पूर्ण होने पर सभी ने सामूहिक अनुमोदना की धर्म सभा में उपप्रवर्तक श्री चन्द्रेशमुनिजी म. सा. एवं साध्वी विजय श्री जी म. सा. का, श्री अभिजीतमुनिजी म. सा. श्री अरिहंतमुनिजी म. सा, ठाणा 4 व अरिहंत आराधिका तपस्विनी श्री विजया श्रीजी म. सा. आदि ठाणा का सानिध्य मिला। चातुर्मासिक मंगल धर्मसभा में सैकड़ों समाज जनों ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर श्री वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ अध्यक्ष अजीत कुमार बम, चातुर्मास समिति संयोजक बलवंत मेहता, सागरमल सहलोत, मनोहर शम्भु बम्म, सुनील लाला बम्ब, निर्मल पितलिया, सुरेंद्र बम्म, वर्धमान स्थानकवासी नवयुवक मंडल अध्यक्ष संजय डांगी आशा सांभर, शोभाराम वीरवाल, दिवाकर महिला मंडल अध्यक्ष रानी राणा साधना बहू मंडल अध्यक्ष चंदनबाला परमार आदि लोग उपस्थित थे और संत दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया।

धर्म सभा का संचालन प्रवक्ता निर्मल पितलिया ने किया।

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