तपस्या की अनुमोदना तपस्या से करना चाहिए- प्रवर्तक श्री विजयमुनिजी म. सा., 5 तपस्वियों का किया सम्मान

Neemuch headlines September 21, 2023, 8:28 pm Technology

नीमच। तपस्या की अनुमोदना तपस्या से करना चाहिए तभी आत्मा का कल्याण हो सकता है। तप से मन पवित्र होता है और शरीर स्वस्थ रहता है।

तपस्या से जीवन में अनेक कष्टों का संहार होता है। यह बात जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय, पूज्य प्रवर्तक, आगम मनस्वी साहित्य भूषण कविरत्न श्री विजयमुनिजी म. सा. ने कही। वे श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ के तत्वावधान में गांधी वाटिका के सामने जैन दिवाकर भवन में तपस्वीयों के सम्मान में आयोजित धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि तपस्या करने से मन शांत होता है तनाव दूर होता है और क्रोध समाप्त होता है। तपस्या से व्यक्ति परमात्मा के समीप पहुंचता है।

इस अवसर पर वर्धमान जैन स्थानक वासी श्रावक संघ एवं महिला मंडल पदाधिकारी एवं परिवारजनों द्वारा तपस्वी उषा लोढा द्वारा 11 उपवास सीमा चोपड़ा, रेखा चौधरी कल्पना पितलिया एवं सिमोना मेहता सभी के द्वारा 9 उपवास की तपस्या पूर्ण करने पर सम्मान किया गया। चतुर्विद संघ की उपस्थिति में चतुर्मास काल में तपस्या साधना निरंतर प्रवाहित हो रही है। इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक तपस्या पूर्ण होने पर सभी ने सामूहिक अनुमोदना की और चौबीसी का आयोजन किया गया धर्म सभा में उपप्रवर्तक श्री चन्द्रेशमुनिजी म. सा. श्री अभिजीतमुनिजी म. सा, श्री अरिहंतमुनिजी म. सा. ठाणा 4 व अरिहंत आराधिका तपस्विनी श्री विजया श्रीजी म. सा. आदि ठाणा का सानिध्य मिला। चातुर्मासिक मंगल धर्मसभा में सैकड़ों समाज जनों ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर श्री वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ अध्यक्ष अजीत कुमार बम्म, चातुर्मास संयोजक बलवंत मेहता, सागरमल सहलोत, मनोहर शम्भु बम्म, सुनील लाला बम्ब, निर्मल पितलिया, सुरेंद्र बम्म, वर्धमान स्थानकवासी नवयुवक मंडल अध्यक्ष संजय डांगी, महिला मंडल अध्यक्ष हेमलता मेहता दिवाकर महिला मंडल अध्यक्ष रानी राणा, साधना बहू मंडल अध्यक्ष चंदनबाला परमार आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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