नीमच । नीमच जिले में आगामी दिवसों में धार्मिक पर्व गणेश चतुर्थी, डोल ग्यारस एवं अनंत चतुर्दशी व मिलाद-उन-नबी का त्यौहार मनाये जाना है। उक्त त्यौहार जिले में आपसी भाई चारे एवं सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मनाने तथा त्यौहारों पर आवश्यक प्रबंधों के संबंध में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित की गई। उक्त त्यौहारो पर शांति, सदभाव एवं सौहार्द की नीमच जिले की परम्परा कायम रहे। यह बात कलेक्टर दिनेश जैन ने जिला स्तरीय शान्ति समिति की बैठक में कही।
विधायक दिलीप सिह परिहार ने कहा, कि प्रेम, भाईचारे, शांति एवं सदभाव की परंपरा नीमच में हमेशा रही है और आगे भी रहेगी। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रघुराज सिह चौरडिया, समिति सदस्यों और आयोजकों व्दारा भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में कलेक्टर जैन की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस मौके पर एडीएम सुश्री नेहा मीना, पुलिस अधीक्षक अमितकुमार तोलानी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एन.एस.सिसोदिया, संयुक्त कलेक्टर संजीव साहू, एसडीएम, सभी एसडीओपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी सहित समिति के सभी सदस्यगण एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर जैन ने निर्देश दिए,कि त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए, नगर के मुख्य मार्गो पर साफ-सफाई, गढढों की मरम्मत व मुरम डालकर भराई, अतिरिक्त स्ट्रीट लाईटें लगाने का कार्य नगर पालिका प्राथमिकता से करवाएं,और खराब स्ट्रीट लाईटें ठीक करवाएं। बैठक में नगर पालिका एवं विद्युत मण्डल अधिकारी को निर्देश दिए, कि वे क्षैत्र का संयुक्त रूप से भ्रमण कर, विद्युत आपूर्ति, विद्युत कनेक्शन व विद्युत सुरक्षा, संबंधी व्यवस्थाओं को भली-भांती देख लें। उन्होने नगर पालिका, विद्युत मण्डल नीमच को संयुक्त टीम बनाकर विद्युत केबल व टेलीफोन के नीचे लटक रहे, तारों को दुरस्त करवाने के निर्देश भी दिए है। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी ने कहा, कि सभी लोग अपने त्यौहार मिलजुल कर भाईचारे के साथ मनाएं। पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जायेगें। शरारती तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावेगी। उन्होने कहा, कि सामाजिक समरसता के साथ त्यौहार मनाये। शांति समिति के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है, वे अमन चेन कायम रखने में सहयोग करें।
एस.पी. तोलानी ने कहा, कि जुलूस, अखाडों, पाण्डालों के आयोजक, आयोजन के पूर्व लिखित अनुमति अवश्य प्राप्त कर लें, बगैर अनुमति के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं करें। साथ ही आयोजक अपने पाण्डाल, आयोजन स्थल पर सुरक्षा के लिए अपने स्तर पर स्वयं सेवक भी रखे, बिजली के तारों के नीचे और मुख्य सडकों, चौराहों पर पाण्डाल स्थापित ना करें, जिससे कि आवागमन बाधित ना हो। जुलूस, अखाडों को निकालते समय, समय सीमा का पालन अवश्य करें। बैठक में शांति समिति के सभी सदस्यों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।