जावद। (नोशाद अली) तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत नीलिया में पाटीदार सियावत परिवार द्वारा श्री रामजानकी धर्मशाला परिसर में सात दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन रखा गया। जिसमे श्री शिव महापुराण कथा के माध्यम से प्रसीद्ध कथावाचक पंडित श्री केदार जी महाराज के मुखारविंद से शिवभक्तो को रसपान 22 से 28 अगस्त तक करवाया जा रहा है। कथावाचक पं. श्री केदार जी महाराज ने श्री शिव महापुराण कथा का रसपान कराते हुए शनिवार को पांचवे दिन प्रसीद्ध कथावाचक पं. श्री केदार जी महाराज ने कथा का शुभारंभ गणेश वंदना से प्रारंभ कर कहा कि श्री शिवमहापुराण कल्प वृक्ष के समान है, जो इसे जिस कामना के साथ सुनता, वह कामना पूरी होती है।
भगवान शिवजी जब अपने भगत पर प्रसन्न होते हैं तो वह उसे सब कुछ प्रदान कर देते हैं। उन्हें प्रसन्न करने के लिए किसी बड़े प्रयास की जरूरत नहीं है वह तो केवल सच्ची श्रद्धा और भक्ति के अधीन है, पं. श्री केदार जी महाराज ने भगवान शिवजी की महिमा का व्याख्यान करते हुए कहा कि शिव पुराण की कथा आह्वान करते अपने जीवन को सुखमय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माता सती भगवान शिवजी के मना करने पर भी प्रजापति दक्ष के यज्ञ में पहुंची। शिव पुराण की कथा हमें उपदेश देती है। कि जीवन साथी व अपने गुरु पर विश्वास व श्रद्धा होनी जरूरी है।
बिन बुलाए मेहमान व बिना परिवार की आज्ञा से कहीं पर भी जाना शुभ नहीं होता। उन्होंने शिव महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ की कृपा मात्र से ही भक्तों के कष्ठ दूर हो जाते है। वही पांडाल में शिव महापुराण कथा के दौरान भक्तजन भगवान के भजनों पर झूम उठे। कथा के बाद महाआरती करके सभी को प्रसाद वितरित किया गया हैं।
वही मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कथा में पहुंचकर पुण्य लाभ लिया। कथा का आयोजन सात दिवसीय होकर सुबह 11: 15 बजे से दोपहर 3:15 बजे तक चल रही श्री शिवमहापुराण कथा का वाचन श्री पंडित केदार जी महाराज के मुखारविंद से किया जा रहा है।
आयोजन में ग्रामवासी सहित आसपास क्षेत्र से बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी जनता पहुंच आयोजन का लाभ ले रहे है। 28 अगस्त को 7 दिवसीय संगीतमय श्री शिवमहापुराण कथा आयोजन का हवन अभिषेक व महाआरती के साथ समापन होगा। पाटीदार समाज के वरिष्ठ घासीलाल जी पाटीदार ने जानकारी देते हुए बताया कि आज दोपहर 03 बजे शिव महापुराण कथा आयोजन के दौरान रुद्राक्ष वितरण किये जाएगा। आयोजक बंधुओं ने भक्तजनों से अधिक संख्या में पधार कर के कथा श्रवण करने का आग्रह किया गया हैं।