मनासा। एक और देश के प्रधानमंत्री हरियाली के साथ स्वच्छ एवं समृद्ध भारत का सपना देखते हुए लोगों का आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, उसी माहौल में मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी किसी भी अच्छे कार्य से पहले एक पौधा लगाने की आम जनता से अपील करते हैं।
उन सब चीजों को दरकिनार करते हुए मनासा तहसील के ग्राम कुंडालिया के सरपंच बंशीलाल गुर्जर ने अपना एक अलग ही नियम चला रखा है। गौशाला के पास श्मशान सैड परिसर मैं लगाए जाने वाले 10 लाख रुपए अनुमानित की लागत से लगने वाले पौधे वर्तमान में कहीं पर भी नहीं है।
एक सरपंच द्वारा पौधा लगाने में इतना बड़ा घोटाला किया है परंतु स्थानीय उपयंत्री सीईओ डीएस मसराम जिला सीओ गुरुप्रसाद और बड़े अधिकारियो ने जांच करना तक उचित नहीं समझा। क्योंकि पूरी योजना ही भ्रस्टाचार की भेट चढ़ गयी, जिसमे सबकी हिस्से पाती हो गयी। बड़े पौधे के घोटाले के बाद भी इनका मन नहीं भरा और वाटरशेड परियोजना में भी वृक्षारोपण के काफी घपले हुए हैं। और भी चिकली नदी पर स्टाप डेम का निर्माण जब हुआ तो उसमे पानी भरा हुआ था उस पर लकडिया लगा कर पानी के अंदर ही दीवाल बनाकर स्टाप डेम का सारा पैसा हजम कर लिया। और जो सलिया लगना था वह स्टॉप डेम में नहीं लगाया और शासकीय पहाड़ी पर कंट्रोल टैंक खोदे गए जिसमें संख्या कम है और पैसे ज्यादा निकाल दिए गए जहां पर भी सरपंच द्वारा शासकीय जमीन छोड़ दी जिसने चुनाव में वोट दिए थे और ग्राम भागल बुजुर्ग में ऐसी स्थिति है बाकी और इंजीनयर ने भी बिना देखे पैसे पास कर दिए।
वाटर सेट परियोजना के भ्रमण पर चार दिवस पूर्व जिला पंचायत सीईओ गुरु प्रसाद और उपयंत्री मौसम मेरावडिया आए थे निरीक्षण करने उनको यह चीजें नजर नहीं आई फिर उनके आने का क्या मतलब है वाटर सेट की सभी पंचायतों में यह निरीक्षण करने आए थे सभी में निरीक्षण अच्छा किया होगा पर इस पंचायत में उनको कुछ नहीं दिखा क्या कारण है और शासन गौशाला को चलाने के लिए अनुदान दे रही है जिसका सरपंच द्वारा इसके परिवार के खातों में पैसे डाल कर पैसे निकाले गए गोबर खाद रोड़ी नीलाम हुई थी जिसमें प्राप्त राशि भी इसके परिवार वालों के खाते में डाल कर निकाली गई क्योंकि इस पुरे भस्टाचार में सबकी मिली भगत थी, और सबका अपना अपना परसेंटेज।
अब आप ही बताये जनता के लिए आये हुए रूपये का इस प्रकार दुरूपयोग करने वालो के खिलाफ आखिर कड़ी कार्यवाही क्यों नहीं होती। क्यों वरिष्ठ अधिकारी कार्यवाही करने से डरते है। आपको बता दें वर्ष 2020 में सरपंच बंसीलाल गुर्जर ने शासकीय ग्राम सेवक भवन को तोड़कर खुद का मकान बना लिया जिसकी शिकायत भी हुई थी।
5000 स्क्वायर फिट पर बने और जिसका प्रकरण तहसील कार्यालय कुकड़ेश्वर में चला था उसके बाद भी पटवारी द्वारा उसी जगह का कब्जे की रसीद बना दी पंचायत चुनाव 2022 मैं इसके द्वारा आवेदन में भी गलत जानकारी दी गई जिसमें इसके ऊपर केस लगा हुआ है और शासकीय संपत्ति पर अतिक्रमण कर रखा है गांव में पुराना स्कूल के पीछे इसने चारों और दीवाल बनाकर कब्जा कर रखा है जबकि वह जगह सरकारी वह देवनारायण मंदिर के नाम से है अभी इस सरपंच को 1 वर्ष भी नहीं हुआ है यह हालत है तो आने वाले 4 सालों में क्या होगा ग्राम पंचायत कुंडालिया सरपंच पर कार्यवाही नहीं होती है तो मध्यप्रदेश शिवराज सरकार मुक बधिर बनी हुई है और ऐसे लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
यही स्थिति रही तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा से हार का सामना करना पड़ सकता है ऐसे मनासा में बहुत से मामले चल रहे हैं जिसकी कोई कार्यवाही नहीं हुई है इस शासकीय ग्रामसेवक भवन की जैसे ही शिकायत हुई, मौके पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि पहुंचे और पूरा मामला सेटलमेंट पर आकर खत्म हो गया और बात जस की तस रह गयी। जबकि मोके का पंचनामा भी बना था।
इनका कहना :-
अभी मैं भी वीसी में बैठा हूं मामले को दिखाता हूं।
-डी मशराम-जनपद सीईओ मनासा।
आपके द्वारा पूरे मामले की जानकारी मिली है मैं शीघ्र ही इस मामले में जांच कर उचित कार्यवाही के आदेश जारी करूंगा। अगर कोई दोषी है तो निश्चित कार्यवाही होगी।
-दिनेश जैन, कलेक्टर नीमच।