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सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित 5283.04 लाख रुपए की लागत से निर्मित बांणदा परियोजना का कार्य हुआ शुरू, सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग को लेकर आदिवासियों ने शुरू किया विरोध

प्रदीप जैन March 2, 2023, 6:29 pm Technology

सिंगोली। सिंगोली क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित बांणदा परियोजना को स्वीकृत करवाने मे क्षैत्रिय विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के केबीनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने अथक प्रयास किए तब जाकर ये योजना धरातल पर मूर्त रूप लेने जा रही है इस योजना मे लगभग 5283.04 लाख रुपए की लागत आएगी।

योजना का कार्य प्रारंभ होने के साथ ही बांध निर्माण पूर्ण होने के पश्चात तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवो की लगभग 1780 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी और क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही जल संकट की समस्या का भी निदान हो जाएगा साथ ही बांध से निकलने वाली नहरों से खेतों मैं भरपूर पानी की सप्लाई होगी वही कृषि जिंसों की पैदावार भी बढ़ेगी जिससे किसान अपने खेतों में उन्नत कृषि जिंसों की पैदावार कर सकेगा और आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ क्षेत्र की भी उन्नति होगी।

बांध निर्माण के साथ ही शुरू हुआ आदिवासियों का विरोध :-

जैसे ही बांणदा बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी ग्राम जेतलिया और बांणदा के आदिवासियों को लगी तो उन्होंने बांध निर्माण का पुरजोर तरीके से विरोध करना शुरू कर दीया आदिवासियों की मांग है कि सरकार हमारी ऊपजाऊ जमीनों के बदले हमें जमीन उपलब्ध कराएं और बांध निर्माण के दौरान मकान व अन्य उपयोगी सामान के नुकसान के बदले भरपूर मुआवजा प्रदान करें तभी जाकर हम बांध का निर्माण होने देंगे ग्राम बांणदा के आदिवासी महिला और पुरुषों राजू भील लाभचंद भील बाबूलाल श्यामलाल गोरीलाल शंभूलाल रूपलाल भील सहित सैकड़ों की तादाद में पुरुष और महिलाओं ने बांध निर्माण का विरोध करते हुए सरकार से जमीन के बदले जमीन देने की मांग की और कहा कि सरकार आदिवासियों के हितो पर कुठाराघात करने पर तुली है।

आदिवासियों की समस्याओं का निराकरण भी नहीं हुआ और बांध का निर्माण शुरू कर दिया गया जिससे उनके सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है आदिवासी महिला पुरुषों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का पूरी तरीके से निराकरण नहीं हो जाता तब तक बांध निर्माण नहीं किया जाय फिर भी अगर सरकार अपनी जिद पर अडी रहती है तो हम मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन बांध का निर्माण नहीं होने देंगे।

कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर पहुंचे ग्राम बांणदा आदिवासियो का विस्थापन और उचित मुआवजा देने की मांग की सरकार से :-

जैसे ही बांध निर्माण शुरू होने की जानकारी आदिवासियों ने जावद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर को दी तो वे तुरंत आदिवासियों के बीच ग्राम बांणदा की चौपाल पर पहुंचे जहां पर आदिवासियों ने श्री अहीर को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहां की वर्षों से बंजर जमीनों को हम उपजाऊ बनाकर खेती कर हम हमारा जीवन यापन कर रहे हैं उन जमीनों पर सरकार बांध निर्माण कर हमें भुखो मारने पर तुली है हमने मेहनत करके हमारी जमीनों को उपजाऊ बनाया है और सरकार बांध निर्माण कर हमें बेघर करना चाहती है उन्होंने कहा कि हम मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन हमारी जमीन का एक इंच टुकड़ा भी बांध निर्माण के लिए सरकार को नहीं देंगे।

कांग्रेस नेता राजकुमार अहीर ने आदिवासियों से रूबरू होते हुए कहा कि आप लोगों के लिए और किसानों के हितों के लिए बांध का निर्माण होना भी जरूरी है ताकि क्षेत्र मैं कृषि के लिए भरपूर पानी उपलब्ध हो लेकिन सरकार को बांध निर्माण के साथ साथ आदिवासियों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए उन्होंने आदिवासियों की समस्या से जल्द उच्च अधिकारियों से बात करने का भी भरोसा दिलाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया और सरकार से मांग करते हुए कहा कि आदिवासियों की जो भी उपजाऊ जमीन बांध निर्माण मैं आ रही है चाहे वह सिंचित हो या असिंचित सिंचित भूमि का दस लाख रुपए प्रति बीघा और असिंचित भूमि का पांच लाख रुपए प्रति बीघा के मान से व मकान ट्यूबेल सहित आदिवासियों को होने वाले नुकसान का भरपूर मुआवजा देकर सुव्यवस्थित जगह पर विस्थापित करने का काम करे ताकि हमारे क्षेत्र के आदिवासी भाईयो को जीवन यापन के लिए किसी के ऊपर आश्रित नहीं होना पड़े।

अहीर ने कहा कि वह हर वक्त आदिवासियों के साथ खड़े हैं और उनके हितों रक्षा ओर समस्याओं के समाधान के लिए वह हर समय उनके साथ खड़े हैं।

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