मनासा। गुगलखेडा ग्रामीण सोमवार को मनासा एसडीएम कार्यालय के सामने धरने आ बैठे, ग्रामीणो का कहना था कि पुर्व मे कलेक्टर के नाम एक आवेदन देकर मांग की थी , सुनवाई नही होने से आज हम यहा धरने पर बैठे। आपको बतादे कि सेकडो महिला सहित पुरुष पहुचे एसडीएम कार्यालय, शासन द्वारा जमीन अधिग्रहण के खिलाफ मनासा रामपुरा राजस्व के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खिमला ब्लाक के गांव गुगलखेडा के ग्रामीण एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे बाद इसमें ग्रामीणों ने तहसीलदार के आश्वासन पर अपना धरना समाप्त किया। ग्राम पंचायत खिमला ब्लाक के अंतर्गत आने वाले गांव गुगलखेडा के ग्रामीण इन्दरसिंह दायमा, रूपाजी दायमा, सद्दा फोजदार, रोडा गोगलिया, गब्बा दायमा, मन्ना दायमा, रेशमबाई, नन्दूबाई, कजोडीबाई, सीताबाई, दाकी बाई, मदनलाल दायमा ने बताया कि हमारी मोजा गांव बस्सी में पुस्तेनी जमीने हैं। जहा पर 86 परिवार तीन तीन पीढियो से खेती कर अपना पालन पोषण कर रहे लेकिन जिस जमीन पर प्रशासन द्वारा सरकारी योजनाओं को जबरन थोपा जा रहा उससे हमारा जीवन यापन करना मुश्किल हो जाएगा। प्रशासन हमारी जमीनों को छोड़ अन्य शासकिय जमीन पर अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारे। ग्रामीण भीमा दायमा, दूर्गा दायमा, सरदार गरासिया, मोहन गरासिया एवं महिला साबुबाई, गीताबाई, कस्तुरीबाई ने बताया कि गांव में करीब 300 लोग निवास करते सभी का मुख्य स्त्रोत कृषि हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा हमारी जमीनों पर जबरन अधिग्रहण किया जा रहा हैं। इसको लेकर हमारे द्वारा 10 सिंतबर को विधायक, कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार एवं ग्राम पंचायत को जमीन अधिग्रहण नहीं करने को लेकर आवेदन दिया गया था। बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा लगातार जमीन को अधिग्रहित करने की कार्रवाई की जा रही हैं। यदि प्रशासन द्वारा जमीन का अधिग्रहण किया जाता है तो हमारे द्वारा आंदोलन किया जाएगा।