अनजाने में भी राम जपने से कल्याण हो जाता--पं श्री प्रसुन जी महाराज

विनोद पोरवाल September 5, 2022, 12:21 pm Technology

कुकडेश्वर। संगत का असर हर मानव के जीवन पर पड़ता है, जिसकी जैसी संगत होगी वैसा ही उसका जीवन का चरित्र होगा इसीलिए कहते हैं संगत अच्छे व्यक्ति की करना चाहिए, संगत सद्गुरु करना चाहिए जिससे मानव जीवन में अच्छे संस्कार मिले व अच्छा आचरण प्राप्त होता हैं। उक्त बात नगर में दस दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान श्री चारभुजा गणेश उत्सव मंडल के तत्वधान में खाती पटेल समाज धर्मशाला के यहां चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान व्यास गादी से पंडित प्रसून जी महाराज ने व्यक्त करते हुए कहा कि मानव जीवन में संगति अच्छी करें। इसी क्रम में कहा कि अनजाने में भी राम का भजन करने से आत्मा का कल्याण हो सकता है जिस प्रकार गर्भ पत्नी ने हिरण्यकश्यप से नो बार श्रीराम का उच्चारण करवाया तो नो माह का गर्भ संस्कार के अंतर्गत उसकी कोख से धर्म परायण प्रहलाद का जन्म हुआ इसीलिए कहते हैं कि मानव के दो संस्कार मुख्य हैं एक गर्भ संस्कार दूसरा पालने का संस्कार दोनों संस्कार अच्छे होंगे तो बालक सु संस्कारित होगा आपने बताया कि भागवत कथा मरण के लिए वह राम कथा जीवन जीने के लिए है जीवन में कथा श्रवण कर आत्मा का कल्याण किया जा सकता है। भागवत कथा के दौरान आपने कई मार्मिक उदाहरण दिए एवं राजा बलि, अजामिल, हिरण्यकश्यप, नरसिंह अवतार, मत्स्य अवतार आदि का विस्तृत वर्णन उदाहरण सहित समझाइए संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के दौरान श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्म मैं नन्हे बालक को वासुदेव बन कर झांकी के साथ दर्शाया गया कृष्ण जन्म उत्सव वर्णन पर होते ही नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के नारों से पूरा पांडाल गुंजायमान हो उठा एवं कृष्ण जन्म पर श्रोता महिलाओं पुरुष झूम उठे नगर के नयापुरा स्थित चारभुजा मंदिर के समीप खाती पटेल धर्मशाला के यहां भागवत कथा का लाभ सैकड़ों महिला पुरुष नित्य कर रहे हैं। आयोजक समिति गणेश की महा आरती के पश्चात भागवत कथा आरती व भागवत कथा समाप्त पर प्रसाद वितरण नित्य हो रहा है।

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