प्रकृति से खिलवाड़ का दुष्परिणाम है महामारी व अन्य व्याधियाँ- पं. मिथिलेश नागर

Neemuch headlines July 25, 2021, 8:31 pm Technology

नीमच। जन जागरण सर्व समाज व सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में 24 जुलाई शनिवार को संगीतमय सुंदरकांड, ध्वजापुजन, भारत माता आरती व कोरोना वारियर्स का सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बालाजी के परम भक्त प्रखर राष्ट्रवादी संत श्री मिथिलेश नागर का ओजस्वी उद्बोधन व आशीर्वचन एवम रुद्राक्ष वितरण से पूरा वातावरण उत्साह व उमंग से भर गया। संत श्री नागर ने उपस्थित मातृशक्ति व सर्व समाजजनों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया है, हम प्रकृति से जुड़कर नही रहे,प्रकृति को माँ नही माना उसी का दुष्परिणाम कोरोना महामारी व अन्य व्याधियाँ है। हमने जल, वृक्ष, पर्यावरण, को सहेजकर नही रखा, जनसंख्या असन्तुलन, भौतिकवाद व शहरीकरण के कारण अन्धाधुन्ध वृक्षों का विनाश हुआ है। हमे संकल्प लेना चाहिए के अपने गृह निर्माण के साथ-साथ कम से कम एक वृक्षारोपण ओर जल संवर्द्धन का प्रयास करना चाहिए। जल संवर्द्धन के लिए घर का पानी घर मे कालोनी का पानी कालोनी में शहर का पानी शहर में रखकर हम पर्यावरण व भूजल स्तर को सुरक्षित रख सकेंगे। साथ ही देवालय हमारी आस्था व ऊर्जा के केंद्र है। हमने संतो की वाणी का अनादर किया है हमने देवालय जाना बंद कर दिया है जिस कारण समाज विनाश व विकृति की ओर अग्रसर है। नित्य मंदिर आरती में ताल नाद करने से शरीर आरोग्य रहता है, शंखनाद सबसे सस्ता प्राकृतिक वेंटिलेटर है, मंदिर में घंटाल की ध्वनि से वातावरण व शरीर मे उपस्थित विषाणुओं का नाश हो जाता है।

जो व्यक्ति बालाजी का नित्य सुंदरकांड, हनुमान चालीसा व जप करता है वह समस्त दैहिक, दैविक और भौतिक तापों से सुरक्षित रहता है। कलयुग में जो व्यक्ति रामनाम रूपी किले से जुड़ा रहता है उसका कोई बल भी बांका नही कर सकता है।

कोरोना की पहली व दूसरी लहर में हमारी लापरवाही से ही ज्यादा नुकसान हुआ। कोरोना से केवल 10% लोग काल ग्रसित हुए जबकि 90%लोग भय से चल बसे।हमे अपना मनोबल मजबूत रखते हुए सकारात्मक सोच रखना है। श्री नागर ने कोरोना महामारी के निवारणार्थ 31 सुंदरकांड आयोजन के लिए संकल्पित पं शैलेष-प्रमीला जोशी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि बालाजी आपको 31 नही 231 स्थानों पर इस प्रकार के धार्मिक व जन कल्याण के आयोजन करने की शक्ति प्रदान करे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वात्सल्य सेवा समिति के श्री संतोष चोपड़ा ने कहा कि यह आयोजन अपने आप मे अनूठा एवम प्रेरक आयोजन है में भी आप के परिवार का सदस्य हूँ।

विशिष्ठ अतिथि cmho डॉ श्री महेश मालवीय ने कहा कि हम बालाजी से प्रार्थना करे कि कोरोना की तीसरी लहर नही आए । फिर भी हमे सजग व जागरूक रहना है कोरोना से बचाव के आवश्यक उपाय (मास्क लगाना, सफाई रखना व सामाजिक दूरी रखना)करते रहना चाहिए। उपस्थित अथितिगण संत मिथिलेश नागर, संतोष चोपड़ा, cmho डॉ महेश मालवीय, श्याम अजमेरा, वीरेंद्र जायसवाल, प्रवीण मित्तल, अनिल गोयल, दीपक मुंदड़ा, राजेश जायसवाल, संदीप जैन, लक्ष्मीकांत दरक, फुलराजसिंह, सुरजदेवी गट्टानी, जय श्री चौबे, वर्षा बाहेती, राधासिंह, आदि अथितियों द्वारा मंदिर क्षेत्र में निवासरत कोरोना वारियर्स को प्रशस्ति पत्र व मास्क भेंटकर सम्मानित किया गया।

सम्मानित कोरोना वारियर्स:-

कोरोना काल मे विशिष्ठ सेवा कार्य के लिए सुरेश पाठक, कैलाश पाटीदार, प्रदीप पौराणिक, पंकज श्रीवास्तव, दिनेश शर्मा, नीरज माहेश्वरी, फुलराजसिंह, अशोक बागड़ी, प्रदीप जायसवाल, संजय शर्मा, ललित राठी, सुनील शर्मा, राजकुमारी राठौर, मीना फुलवानी, मंजुला शर्मा, अभिलाषा बैरागी, संध्या राठी सहित अन्य कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया गया।

सिद्धेश्वर महादेव मंदिर समिति द्वारा मानव सेवा संकल्प के तहत 85 वर्षीय टमुबाई खारोल निवासी सेमली चन्द्रावत को व्हीलचेयर भेंट की गई।

कार्यक्रम का सफल संचालन ललित राठी व आभार सुधीर सिंह द्वारा व्यक्त किया गया।

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