- रतनगढ़। शासन प्रशासन चाहे आम राशन उपभोक्ताओं को आपदा के समय में खाद्यान्न उपलब्ध कराने के चाहे लाख प्रयास व दावे करें लेकिन जमीनी धरातल पर आज भी कई विसंगतियां होने से आम उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसी ही समस्या सार्वजनिक वितरण प्रणाली हेतु मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना अंतर्गत कोरोना आपदा के दौरान जरूरत मंद लोगों को राशन प्रदान करने के लिए दी गई आपदा खाद्यान्न राहत अस्थाई पर्ची पर राशन नहीं मिल पा रहा है। जबकि उनके नाम का राशन भी आवंटित हो चुका है लेकिन फिर भी उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है उपभोक्ता रोज राशन दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं।सबसे बडी विडंबना यह है कि तकनीकी रूप से क्या समस्या आ रही है राशन दुकान संचालकों एवं उपभोक्ताओं को जिला स्तर के अधिकारी भी समस्या का समाधान किस प्रकार से होगा संतुष्टि पद जवाब नहीं दे पा रहे हैं।नतीजतन उपभोक्ता राशन दुकानों के चक्कर लगा रहे है।नीमच जिले में कई राशन दुकानों पर अभी तक प्रधानमंत्री जन कल्याण योजनांतर्गत मिलने वाले गेहूं नहीं पहुंचे हैं वहां केवल चावल ही मिल रहे हैं तो कुछ स्थानों पर चावल नहीं पहुंचे है। वहां केवल गेहूं ही मिल रहे हैं। इसके साथ ही गुरुवार दिनांक 22 जुलाई दोपहर लगभग 12 बजे से नीमच जिले की अधिकांश शासकीय एवं अशासकीय राशन वितरण केंद्रों पर पीओएस मशीन जिस पर उपभोक्ताओं के अंगूठे लगाए जाते हैं अचानक से बंद हो गई थी। जो शुक्रवार दिनांक 23 जुलाई दोपहर 2:00 बजे के लगभग फिर से शुरू हुई। इस दौरान रतनगढ़, डिकैन, जाट, कांकरिया तलाई, झांतला, सिंगोली, जावद ही नहीं संपूर्ण नीमच जिले के अधिकांश स्थानों पर राशन वितरण केंद्रों पर उपभोक्ताओं की कतारें लग गई।और सैकड़ों राशन उपभोक्ता परेशान होते रहे। जिले के आला अधिकारी सर्वर प्रॉब्लम की समस्या बताकर राशन दुकान संचालकों को कुछ ही देर में मशीन चालू होने की बात कहते रहे लेकिन कोई भी पीओएस मशीन बंद होने का सही कारण नहीं बता सके।