गहलोत सरकार ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा ( रीट ) की उन महिला अभ्यर्थियों को राहत दी है जिन्होंने कोरोना संकट के दौरान अपना पति खो दिया।
सरकार के दिशानिर्देश पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( आरबीएसई ) ने कोरोना काल की विधवाओं को रीट में कैटेगरी बदलने का मौका दिया है। ऐसी महिलाएं जो रीट के लिए पहले आवेदन कर चुकी थीं लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में विधवा हो गईं, वे अपनी कैटेगरी बदलकर विधवा श्रेणी कर सकती हैं। इसके लिए बोर्ड की ओर से कोई फीस नहीं ली जाएगी। ऐसी महिलाएं आज (7 जुलाई) से 14 जुलाई तक ऑनलाइन संशोधन कर सकती हैं।
रीट में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए 21 जून से 5 जुलाई तक आवेदन रीओपन हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के 11,502 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। पिछली बार 16,40,319 आवेदन आए थे। इस तरह कुल 16,51,821 आवेदन आ चुके हैं।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा ( रीट ) 2021 का आयोजन 26 सितंबर को होगा। राजस्थान रीट के परिणाम के बाद सरकार 31 हजार पदों पर तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती करेगी।
रीट में बढ़ सकती है पदों की संख्या:-
गहलोत सरकार जल्द ही रीट के जरिए भरे जाने वाले पदों की संख्या में बढ़ोतरी कर सकती है। अभी सरकार की घोषणा के मुताबिक 31 हजार पदों पर भर्ती होनी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े पदों पर भर्ती के लिए शिक्षा विभाग ने रिक्त पदों की गणना शुरू कर दी है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से अगले दो वर्ष में खाली पदों की रिपोर्ट मांगी गई है। रिटारमेंट से खाली होने वाले पदों के बारे में भी पूछा गया है। आगामी दो वर्षों में खुलने वाले नए स्कूल व क्रमोन्नत होने वाले स्कूल में संभावित वैकेंसी की रिपोर्ट भी मांगी गई है।
वर्तमान सरकार के भी करीब दो साल शेष रह गए हैं। ऐसे में माना जा रहा आने वाले दिनों में बड़ी घोषणा की जा सकती है।