नीमच। पिछले कुछ समय से नीमच पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आज बघाना थाने का सामने आया जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति पूनमचंद पाटीदार जो अपनी फरियाद लेकर पुलिस के पास गए थे, पुलिस द्वारा उन्हें ही अपमानित कर उनसे जबरन तीन हजार रुपये की वसूली की। पूनम चंद पाटीदार द्वारा बताया गया कि उनके परिवार में आपस में कुछ विवाद चल रहा था जिसको लेकर उनके द्वारा एक शिकायत 22.6. 2021 को जिला पुलिस अधीक्षक को की गई थी, उसी शिकायत की जांच को लेकर 28 जून को उन्हें बघाना थाने बुलाया कहां जहां जांच अधिकारी प्रधान आरक्षक संतोषी द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। फरियादी होने के बावजूद उन्हें डराया धमकाया गया और अपमानित करते हुए मोबाइल छीन उन्हें धमकी दी गई कपड़े उतार कर चड्डी बनियान में लॉकअप में डाल दो मामले को खत्म करने के लिए पूनम चंद पाटीदार से प्रधान आरक्षक द्वारा 5000 रूपये की मांग की गई और उन्हें पैसे नहीं देने पर थाने में बिठा लिया गया। जैसे तैसे पूनम चंद पाटीदार के पुत्रों द्वारा 3000 रूपये की व्यवस्था की गई आज पूनम चंद पाटीदार अपनी फरियाद लेकर अपने अधिवक्ता राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के प्रदेश सचिव अमित शर्मा के मार्फत जिला पुलिस अधीक्षक नीमच के पास पहुंचे और उन्होंने आपबीती सुनाई और पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत भी इस संबंध में दी पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले को गंभीरता से लेकर जांच नगर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई और यह आश्वासन दिया गया की जांच कर दोषी के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा के द्वारा नीमच जिले का पदभार संभालने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं परंतु कुछ पुलिसकर्मी ही उनकी साख को बट्टा लगाने पर तुले हैं । राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के प्रदेश सचिव एडवोकेट अमित शर्मा द्वारा आमजन से अपील की गई है यदि किसी भी थाने या शासकीय विभाग में कोई भी व्यक्ति रुपयों की मांग करता है या जबरन वसूली करता है तो उसकी शिकायत राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के पास पहुंचाएं समिति द्वारा अवैध वसूली करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करवाई जावेगी ।